
पर्यटन
- नवाबगंज पक्षी विहार (Nawabganj Bird Sanctuary): यह उन्नाव जिले में स्थित है और इसका नाम बदलकर चंद्रशेखर आजाद पक्षी विहार कर दिया गया है। यह लखनऊ-कानपुर राजमार्ग पर स्थित है। स्रोत
- समसपुर पक्षी विहार (Samaspur Bird Sanctuary): यह रायबरेली जिले में स्थित है और विभिन्न प्रकार के जल पक्षियों के लिए जाना जाता है। स्रोत
- लाख बहोसी पक्षी विहार (Lakh Bahosi Bird Sanctuary): यह कन्नौज जिले में स्थित है और उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा पक्षी विहार है। स्रोत
- विजय सागर पक्षी विहार (Vijai Sagar Bird Sanctuary): यह महोबा जिले में स्थित है और स्थानीय और प्रवासी पक्षियों की कई प्रजातियों का घर है। स्रोत
- सुर सरोवर पक्षी विहार (Sur Sarovar Bird Sanctuary): यह आगरा के पास स्थित है और इसे कीठम झील के नाम से भी जाना जाता है।
- पटना पक्षी विहार (Patna Bird Sanctuary): यह एटा जिले में स्थित है और उत्तर प्रदेश का सबसे छोटा पक्षी विहार है।
- नवाबगंज पक्षी विहार (Nawabganj Bird Sanctuary): यह उन्नाव जिले में स्थित है और इसे चंद्रशेखर आज़ाद पक्षी विहार के नाम से भी जाना जाता है। यह लखनऊ-कानपुर राजमार्ग पर स्थित है और विभिन्न प्रकार के प्रवासी पक्षियों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य है।
- सुर सरोवर पक्षी विहार (Sur Sarovar Bird Sanctuary): यह आगरा के पास स्थित है, जिसे कीठम झील के नाम से भी जाना जाता है। यह विभिन्न प्रकार के जलपक्षियों और प्रवासी पक्षियों का घर है।
- समसपुर पक्षी विहार (Samaspur Bird Sanctuary): यह रायबरेली जिले में स्थित है और विभिन्न प्रकार की स्थानीय और प्रवासी पक्षियों के लिए जाना जाता है।
- लाख बहोसी पक्षी विहार (Lakh Bahosi Bird Sanctuary): यह कन्नौज जिले में स्थित है और उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा पक्षी विहार है। यह विभिन्न प्रकार के पक्षियों के लिए एक महत्वपूर्ण आवास है।
- विजय सागर पक्षी विहार (Vijai Sagar Bird Sanctuary): यह महोबा जिले में स्थित है और एक सुंदर जलाशय के चारों ओर फैला हुआ है। यह पक्षी विहार स्थानीय और प्रवासी पक्षियों के लिए एक शांत और सुरक्षित वातावरण प्रदान करता है।
भोरमदेव मंदिर छत्तीसगढ़ राज्य के कबीरधाम जिले में स्थित है। यह मंदिर रायपुर से लगभग 125 किलोमीटर दूर है।
और अधिक जानकारी के लिए आप निम्न वेबसाइट देख सकते हैं:
मैनपाट, छत्तीसगढ़ राज्य के सरगुजा जिले में स्थित एक खूबसूरत पहाड़ी इलाका है। इसे 'छत्तीसगढ़ का शिमला' भी कहा जाता है। यहां कई दर्शनीय स्थल हैं:
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टाइगर प्वाइंट:
यह मैनपाट का एक प्रमुख आकर्षण है। यहां से घाटी का मनोरम दृश्य दिखाई देता है।
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इको प्वाइंट:
इको प्वाइंट पर आवाज गूंजती है, जो पर्यटकों को खूब आकर्षित करती है।
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जलजली:
यह एक भूकंपीय क्षेत्र है, जहां जमीन को दबाने पर यह हिलती हुई महसूस होती है।
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ठिनठिनी पत्थर:
यहां बड़े-बड़े पत्थर हैं, जिन्हें पीटने पर अलग-अलग धातुओं की आवाजें आती हैं।
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बुद्ध मंदिर:
मैनपाट में तिब्बती शरणार्थियों द्वारा स्थापित कई बौद्ध मंदिर हैं, जो शांति और ध्यान के लिए उत्तम स्थान हैं।
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फिश प्वाइंट:
यह एक प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर जगह है, जहां छोटी-छोटी मछलियां देखी जा सकती हैं।
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मैनपाट महोत्सव:
मैनपाट में हर साल मैनपाट महोत्सव का आयोजन होता है, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम और स्थानीय कला का प्रदर्शन किया जाता है।
मैनपाट अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है। यह पर्यटकों के लिए एक शानदार जगह है।
अधिक जानकारी के लिए, आप इन वेबसाइटों पर जा सकते हैं:
छत्तीसगढ़ का शिमला मैनपाट को कहा जाता है।
मैनपाट, छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में स्थित एक छोटा सा पहाड़ी इलाका है। इसकी ऊंचाई लगभग 1100 मीटर है। यहां का मौसम साल भर सुहावना रहता है, और गर्मियों में भी तापमान बहुत ज्यादा नहीं बढ़ता। मैनपाट में कई झरने, घने जंगल और खूबसूरत वादियां हैं, जो इसे एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बनाती हैं।
मैनपाट को छत्तीसगढ़ का शिमला कहने के कई कारण हैं:
- यहां का मौसम शिमला की तरह ठंडा और सुहावना होता है।
- यहां की प्राकृतिक सुंदरता शिमला से मिलती-जुलती है।
- मैनपाट में कई ऐसे पर्यटन स्थल हैं जो शिमला की याद दिलाते हैं।
अधिक जानकारी के लिए, आप इन वेबसाइटों पर जा सकते हैं:
अधिक माहितीसाठी, आपण खालील लिंकला भेट देऊ शकता:
- आगरा - ताजमहल, आगरा किला, फतेहपुर सीकरी
- जयपुर - हवा महल, आमेर किला, जंतर मंतर
- दिल्ली - लाल किला, इंडिया गेट, कुतुब मीनार
- नैनीताल - नैनी झील, टिफिन टॉप, स्नो व्यू पॉइंट