
मशीन
स्थायी प्रभार पद्धति (Straight Line Method) से ह्रास की गणना करते हुए वार्षिक आय की गणना इस प्रकार की जा सकती है:
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वार्षिक ह्रास (Annual Depreciation) ज्ञात करें:
वार्षिक ह्रास = (मशीन का क्रय मूल्य - विशिष्ट मूल्य) / अनुमानित जीवनकाल
वार्षिक ह्रास = (₹100000 - ₹20000) / 20 = ₹80000 / 20 = ₹4000
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वार्षिक आय की गणना करें:
वार्षिक आय = कुल आय - वार्षिक ह्रास
यहाँ पर कुल आय नहीं दी गई है, इसलिए हम वार्षिक आय की गणना नहीं कर सकते। यदि कुल आय ज्ञात हो, तो उसमें से वार्षिक ह्रास (₹4000) घटाकर वार्षिक आय प्राप्त की जा सकती है।
उदाहरण के लिए, यदि मशीन से कुल वार्षिक आय ₹15000 है, तो:
वार्षिक आय = ₹15000 - ₹4000 = ₹11000
इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप में मशीन से टेस्टिंग निकालने की प्रक्रिया को "डिस्पेंस एक्यूरेसी टेस्ट" कहा जाता है। यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है कि पंप सही मात्रा में ईंधन दे रहा है या नहीं।
विधि:
- उपकरण तैयार करें:
- एक अंशांकित (calibrated) मापने वाला पात्र (measuring can) लें, जिसकी क्षमता 5 लीटर या 10 लीटर हो।
- एक स्टॉपवॉच।
- एक रिकॉर्डिंग शीट।
- पंप का चयन:
- उस पंप को चुनें जिसका परीक्षण किया जाना है।
- शून्य सेट करें:
- सुनिश्चित करें कि डिस्पेंसर पर डिस्प्ले शून्य पर सेट है।
- मापें:
- मापने वाले पात्र को नोजल के नीचे रखें।
- नोजल को पकड़ें और ईंधन को सामान्य गति से डिस्पेंस करें।
- मापने वाले पात्र को 5 लीटर या 10 लीटर तक भरें, जो भी आपका मापने वाला पात्र है।
- जांच करें:
- मापने वाले पात्र पर मात्रा को ध्यान से पढ़ें।
- डिस्पेंसर पर दिखाई गई मात्रा के साथ इसकी तुलना करें।
- गणना:
- अंतर की गणना करें। यदि अंतर स्वीकार्य सीमा के भीतर है, तो पंप सही है। यदि नहीं, तो इसे ठीक करने की आवश्यकता है।
- रिकॉर्ड:
- परिणामों को रिकॉर्डिंग शीट पर दर्ज करें।
- दोहराएं:
- अधिक सटीक परिणाम प्राप्त करने के लिए प्रक्रिया को कम से कम तीन बार दोहराएं।
ध्यान देने योग्य बातें:
- यह परीक्षण एक प्रशिक्षित व्यक्ति द्वारा किया जाना चाहिए।
- मापने वाला पात्र अंशांकित होना चाहिए।
- ईंधन को सामान्य गति से डिस्पेंस करें।
- परिणामों को ध्यान से रिकॉर्ड करें।
यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपको सटीक जानकारी मिले, आप इंडियन ऑयल के आधिकारिक वेबसाइट पर जा सकते हैं या किसी नजदीकी इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप पर संपर्क कर सकते हैं।
शरीर को एक मशीन मानने के कई कारण हैं:
- संरचना और कार्य: मशीन की तरह, शरीर विभिन्न भागों से बना है (जैसे अंग, ऊतक, कोशिकाएँ) जो एक विशिष्ट कार्य करते हैं। हर भाग का अपना काम है और वे मिलकर पूरे शरीर को चलाते हैं।
- ऊर्जा का उपयोग: मशीन की तरह, शरीर को काम करने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है। यह ऊर्जा भोजन से प्राप्त होती है, जिसे शरीर विभिन्न प्रक्रियाओं (जैसे पाचन, श्वसन) के माध्यम से संसाधित करता है।
- नियमन और नियंत्रण: शरीर में कई तंत्र होते हैं जो विभिन्न कार्यों को नियंत्रित और विनियमित करते हैं, जैसे तापमान, रक्तचाप, और हार्मोन का स्तर। यह नियंत्रण मशीन में मौजूद नियंत्रण प्रणाली के समान है।
- मरम्मत और रखरखाव: शरीर में स्वयं को ठीक करने और बनाए रखने की क्षमता होती है, जैसे घावों को भरना या रोग से लड़ना। यह मशीन में मरम्मत और रखरखाव के समान है।
- इनपुट और आउटपुट: शरीर मशीन की तरह इनपुट (जैसे भोजन, पानी, हवा) लेता है और आउटपुट (जैसे गति, गर्मी, अपशिष्ट) उत्पन्न करता है।
हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि शरीर एक साधारण मशीन से कहीं अधिक जटिल है। इसमें भावनाएँ, चेतना और सोचने की क्षमता होती है, जो इसे मशीनों से अलग करती है।
एक्स-रे मशीन विभिन्न प्रकार की जांचों के लिए इस्तेमाल की जाती है, जिनमें शामिल हैं:
- हड्डियों की जांच: एक्स-रे हड्डियों की तस्वीरें लेने के लिए सबसे आम तरीका है। इसका उपयोग फ्रैक्चर, गठिया, संक्रमण और अन्य हड्डियों की समस्याओं का पता लगाने के लिए किया जा सकता है।
- छाती का एक्स-रे: छाती का एक्स-रे फेफड़ों, हृदय और रक्त वाहिकाओं की तस्वीरें लेने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग निमोनिया, तपेदिक, हृदय विफलता और अन्य छाती की समस्याओं का पता लगाने के लिए किया जा सकता है।
- पेट का एक्स-रे: पेट का एक्स-रे पेट के अंगों की तस्वीरें लेने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग आंत्र रुकावट, छिद्रित आंत और अन्य पेट की समस्याओं का पता लगाने के लिए किया जा सकता है।
- दंत एक्स-रे: दंत एक्स-रे दांतों और जबड़ों की तस्वीरें लेने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग गुहाओं, दांतों की सड़न और अन्य दंत समस्याओं का पता लगाने के लिए किया जा सकता है।
- स्तन का एक्स-रे (मैमोग्राम): मैमोग्राम स्तन कैंसर का पता लगाने के लिए किया जाता है।
एक्स-रे एक सुरक्षित और दर्द रहित प्रक्रिया है। हालांकि, एक्स-रे विकिरण की थोड़ी मात्रा का उपयोग करते हैं, इसलिए गर्भवती महिलाओं को एक्स-रे से बचना चाहिए।
एक्स-रे मशीन एक प्रकार की इमेजिंग तकनीक है जो शरीर के अंदर की हड्डियों और अन्य घनी वस्तुओं की तस्वीरें लेने के लिए एक्स-रे का उपयोग करती है। एक्स-रे मशीन से कई प्रकार की जांचें की जा सकती हैं, जिनमें शामिल हैं:
- हड्डी का एक्स-रे: हड्डी के एक्स-रे का उपयोग फ्रैक्चर, गठिया, ऑस्टियोपोरोसिस और अन्य हड्डी की समस्याओं का पता लगाने के लिए किया जाता है।
- छाती का एक्स-रे: छाती के एक्स-रे का उपयोग निमोनिया, तपेदिक, फेफड़ों के कैंसर और हृदय की समस्याओं का पता लगाने के लिए किया जाता है।
- पेट का एक्स-रे: पेट के एक्स-रे का उपयोग आंतों में रुकावट, किडनी की पथरी और अन्य पेट की समस्याओं का पता लगाने के लिए किया जाता है।
- दंत एक्स-रे: दंत एक्स-रे का उपयोग दांतों की सड़न, मसूड़ों की बीमारी और अन्य दंत समस्याओं का पता लगाने के लिए किया जाता है।
एक्स-रे एक सुरक्षित और दर्द रहित प्रक्रिया है। हालांकि, एक्स-रे विकिरण की एक छोटी खुराक का उपयोग करते हैं, इसलिए गर्भवती महिलाओं को एक्स-रे नहीं कराना चाहिए।
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