
पहाड़
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कंचनजंगा - यह भारत की सबसे ऊंची चोटी और विश्व की तीसरी ऊंची चोटी है।
इसे बर्फ का पांचवां खजाना भी कहा जाता है।
यह भारत के सिक्किम राज्य में स्थित है,
जो भारत और नेपाल की सीमा को बांटने का कार्य करती है।
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हाँ, आपके द्वारा दी गई परिभाषा पर्यावरण का सही वर्णन करती है। पर्यावरण में हमारे चारों ओर का वह सब कुछ शामिल है जो जीवित प्राणियों को प्रभावित करता है।
एक विस्तृत परिभाषा इस प्रकार है:
पर्यावरण उन सभी भौतिक, रासायनिक और जैविक कारकों का सामूहिक रूप है जो किसी जीव या जीवों के समुदाय को घेरते हैं और उन्हें प्रभावित करते हैं।
इसमें शामिल हैं:
- जीवित प्राणी: पौधे, जानवर, सूक्ष्मजीव आदि।
- भौतिक तत्व: हवा, पानी, मिट्टी, पहाड़, नदियाँ, जलवायु आदि।
- रासायनिक तत्व: विभिन्न प्रकार के रसायन जो जीवित प्राणियों और भौतिक तत्वों को प्रभावित करते हैं।
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🗻 *माउंट एवरेस्ट से जुड़े कुछ हैरतंगेज फैक्ट्स!*
आज 'माउंट एवरेस्ट डे' है. एवरेस्ट पर्वत दुनिया का सबसे ऊँचा पर्वत शिखर है, जिसकी ऊँचाई 8,850 मीटर है. गौरतलब है कि हाल में एवरेस्ट पर चढ़ाई का मौसम चल रहा है. लेकिन, केवल 2019 में इस पर मरने वाले पर्वतारोहियों की संख्या 11 हो गई है.
💁♀ *माउंट एवरेस्ट से जुड़े कुछ फैक्ट्स..*
🏔 कहा जाता है कि इसकी ऊंचाई प्रतिवर्ष 2 से॰मी॰ के हिसाब से बढ़ रही है.
🏔 माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने और उसकी ऊंचाई से तालमेल बिठाने में लोगों को लगभग 40 दिन लग जाते हैं.
🏔 यहां हवा की रफ्तार 321 किलोमीटर प्रतिघंटे तक पहुंच सकती है.
🏔 यहां का तापमान -80 डिग्री फारेनहाइट तक जा सकता है.
🏔 अब तक 4000 से अधिक लोग माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने की कोशिश कर चुके हैं.
🏔 हर दस में से एक शख्स जो इसकी ऊंचाई तक पहुंचता है वो वापस बेस कैम्प तक नहीं पहुंच पाता.
🏔 यहां एक छोटा और डरावना जम्पिंग मकड़ा रहता है. यह 22,000 फीट की ऊंचाई पर देखा जा सकता है.
🏔 आज इस पर्वत के आसपास लोगों द्वारा छोड़ा गया 50 टन से अधिक कचरा है.
🏔 जॉर्डन रोमेरो माउंट एवरेस्ट फतह करने वाले सबसे छोटे इंसान (13 वर्ष) हैं.
🏔 यूइचिरो मियूरा को दुनिया सबसे उम्रदराज इंसान (80 वर्ष) के तौर पर जानती है जिन्होंने एवरेस्ट फतह किया.
आज 'माउंट एवरेस्ट डे' है. एवरेस्ट पर्वत दुनिया का सबसे ऊँचा पर्वत शिखर है, जिसकी ऊँचाई 8,850 मीटर है. गौरतलब है कि हाल में एवरेस्ट पर चढ़ाई का मौसम चल रहा है. लेकिन, केवल 2019 में इस पर मरने वाले पर्वतारोहियों की संख्या 11 हो गई है.
💁♀ *माउंट एवरेस्ट से जुड़े कुछ फैक्ट्स..*
🏔 कहा जाता है कि इसकी ऊंचाई प्रतिवर्ष 2 से॰मी॰ के हिसाब से बढ़ रही है.
🏔 माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने और उसकी ऊंचाई से तालमेल बिठाने में लोगों को लगभग 40 दिन लग जाते हैं.
🏔 यहां हवा की रफ्तार 321 किलोमीटर प्रतिघंटे तक पहुंच सकती है.
🏔 यहां का तापमान -80 डिग्री फारेनहाइट तक जा सकता है.
🏔 अब तक 4000 से अधिक लोग माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने की कोशिश कर चुके हैं.
🏔 हर दस में से एक शख्स जो इसकी ऊंचाई तक पहुंचता है वो वापस बेस कैम्प तक नहीं पहुंच पाता.
🏔 यहां एक छोटा और डरावना जम्पिंग मकड़ा रहता है. यह 22,000 फीट की ऊंचाई पर देखा जा सकता है.
🏔 आज इस पर्वत के आसपास लोगों द्वारा छोड़ा गया 50 टन से अधिक कचरा है.
🏔 जॉर्डन रोमेरो माउंट एवरेस्ट फतह करने वाले सबसे छोटे इंसान (13 वर्ष) हैं.
🏔 यूइचिरो मियूरा को दुनिया सबसे उम्रदराज इंसान (80 वर्ष) के तौर पर जानती है जिन्होंने एवरेस्ट फतह किया.
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ऊँचाई :- 8,850 मीटर (29,035 फीट)
एवरेस्ट पर्वत दुनिया का सबसे ऊँचा पर्वत शिखर है, जिसकी ऊँचाई 8,850 मीटर है। माउंट एवरेस्ट की ऊँचाई उस समय 29,002 फीट या 8,840 मीटर मापी गई। वैज्ञानिक सर्वेक्षणों में कहा जाता है कि इसकी ऊंचाई प्रतिवर्ष 2 से॰मी॰ के हिसाब से बढ़ रही है। नेपाल में इसे स्थानीय लोग सागरमाथा (अर्थात स्वर्ग का शीर्ष) नाम से जानते हैं, जो नाम नेपाल के इतिहासविद बाबुराम आचार्य ने सन् 1930 के दशक में रखा था - आकाश का भाल। तिब्बत में इसे सदियों से चोमोलंगमा अर्थात पर्वतों की रानी के नामसे जाना जाता है।
एवरेस्ट पर्वत दुनिया का सबसे ऊँचा पर्वत शिखर है, जिसकी ऊँचाई 8,850 मीटर है। माउंट एवरेस्ट की ऊँचाई उस समय 29,002 फीट या 8,840 मीटर मापी गई। वैज्ञानिक सर्वेक्षणों में कहा जाता है कि इसकी ऊंचाई प्रतिवर्ष 2 से॰मी॰ के हिसाब से बढ़ रही है। नेपाल में इसे स्थानीय लोग सागरमाथा (अर्थात स्वर्ग का शीर्ष) नाम से जानते हैं, जो नाम नेपाल के इतिहासविद बाबुराम आचार्य ने सन् 1930 के दशक में रखा था - आकाश का भाल। तिब्बत में इसे सदियों से चोमोलंगमा अर्थात पर्वतों की रानी के नामसे जाना जाता है।