
बीज
0
Answer link
अगर आप मिट्टी से भरे गमले में 3-4 भीगे हुए चने (बीज) मिट्टी के थोड़ा अंदर डालकर, उसे छत पर या बालकनी में रखकर प्रत्येक दिन थोड़ा-थोड़ा पानी देते हैं, तो 10 दिनों तक आप निम्नलिखित परिवर्तन देख सकते हैं:
- दिन 1-2: चने के बीज मिट्टी के अंदर नमी सोखेंगे और फूलना शुरू हो जाएंगे।
- दिन 3-4: बीज अंकुरित होना शुरू हो जाएगा, और छोटी सी जड़ मिट्टी में नीचे की ओर बढ़ने लगेगी।
- दिन 5-6: एक छोटा सा अंकुर मिट्टी की सतह से ऊपर निकल आएगा। यह अंकुर सफेद या हल्के हरे रंग का होगा।
- दिन 7-8: अंकुर बढ़ना शुरू हो जाएगा और उसमें छोटे-छोटे पत्ते निकलने लगेंगे।
- दिन 9-10: पौधा थोड़ा और बड़ा हो जाएगा, और उसमें कुछ और पत्ते निकल आएंगे। अब यह छोटा सा चने का पौधा बन जाएगा।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह अवलोकन एक सामान्य अनुमान है और वास्तविक परिवर्तन कुछ कारकों पर निर्भर कर सकते हैं, जैसे कि:
- तापमान: चने के बीज को अंकुरित होने के लिए उचित तापमान (लगभग 20-30 डिग्री सेल्सियस) की आवश्यकता होती है।
- नमी: मिट्टी में पर्याप्त नमी होनी चाहिए, लेकिन यह ज़्यादा गीली भी नहीं होनी चाहिए।
- प्रकाश: पौधे को बढ़ने के लिए पर्याप्त प्रकाश की आवश्यकता होती है।
यदि आपके गमले में चने के पौधे में कोई परिवर्तन नहीं होता है, तो यह हो सकता है कि बीज खराब हो गए हों, या फिर उन्हें अंकुरित होने के लिए उचित परिस्थितियाँ नहीं मिल रही हों।
0
Answer link
बीज फल के अंदर छिपा रहता है। फल, बीज को सुरक्षित रखता है और उसे अंकुरित होने के लिए सही जगह पर पहुंचाने में मदद करता है।
उदाहरण के लिए:
- सेब के बीज सेब के अंदर होते हैं।
- तरबूज के बीज तरबूज के अंदर होते हैं।
- गेहूं के बीज गेहूं की बाली में होते हैं।
अधिक जानकारी के लिए, आप निम्न लिंक देख सकते हैं: