
अर्थव्यवस्था
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हालांकि, मुझे निश्चित रूप से ज्ञात नहीं है कि खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में 2025-26 में खुलने वाली दारू भट्टी का नाम क्या होगा और वह कहां-कहां खुलेगा। मैं आपको इस विषय पर कुछ जानकारी दे सकता हूँ:
- छत्तीसगढ़ सरकार नई आबकारी नीति 2025-26 के तहत राज्य में 67 नई शराब की दुकानें खोलने जा रही है। इससे राज्य में शराब की दुकानों की कुल संख्या 741 हो जाएगी।
- नई नीति के तहत, सरकार प्रीमियम दुकानों के संचालन का भी फैसला ले सकती है। शराब की दुकानों को एक जिले से दूसरे जिले में स्थानांतरित करने की व्यवस्था भी शुरू हो सकती है।
- देसी शराब में मिलावट रोकने के लिए सीलबंद पेटी में सप्लाई की जाएगी और बोतलों पर बारकोड भी लगाया जाएगा।
नवीनतम जानकारी के लिए, आप छत्तीसगढ़ आबकारी विभाग की वेबसाइट देख सकते हैं।
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आर्थिक गतिविधियाँ वे सभी गतिविधियाँ हैं जो वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन, वितरण और उपभोग से जुड़ी होती हैं। ये गतिविधियाँ धन उत्पन्न करने और लोगों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए की जाती हैं।
आर्थिक गतिविधियों को मोटे तौर पर तीन क्षेत्रों में विभाजित किया जा सकता है:
* **प्राथमिक क्षेत्र:** इस क्षेत्र में वे गतिविधियाँ शामिल हैं जो सीधे प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करती हैं, जैसे कि कृषि, खनन, वानिकी और मछली पकड़ना।
* **द्वितीयक क्षेत्र:** इस क्षेत्र में वे गतिविधियाँ शामिल हैं जो प्राथमिक क्षेत्र से प्राप्त कच्चे माल को तैयार उत्पादों में परिवर्तित करती हैं, जैसे कि विनिर्माण, निर्माण और ऊर्जा उत्पादन।
* **तृतीयक क्षेत्र:** इस क्षेत्र में वे गतिविधियाँ शामिल हैं जो वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन नहीं करती हैं, बल्कि उन्हें उपभोक्ताओं तक पहुँचाने में मदद करती हैं, जैसे कि परिवहन, संचार, व्यापार, वित्त और शिक्षा।
आर्थिक गतिविधियाँ किसी भी देश की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। वे रोजगार सृजन, आय सृजन और जीवन स्तर में सुधार में योगदान करती हैं।
अधिक जानकारी के लिए, आप निम्न वेबसाइटों पर जा सकते हैं:
* राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय, भारत सरकार: [https://mospi.gov.in/](https://mospi.gov.in/)
* भारतीय रिजर्व बैंक: [https://www.rbi.org.in/](https://www.rbi.org.in/)
आर्थिक गतिविधियाँ वे सभी गतिविधियाँ हैं जो वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन, वितरण और उपभोग से जुड़ी होती हैं। ये गतिविधियाँ धन उत्पन्न करने और लोगों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए की जाती हैं।
आर्थिक गतिविधियों को मोटे तौर पर तीन क्षेत्रों में विभाजित किया जा सकता है:
- प्राथमिक क्षेत्र: इस क्षेत्र में वे गतिविधियाँ शामिल हैं जो सीधे प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करती हैं, जैसे कि कृषि, खनन, वानिकी और मछली पकड़ना।
- द्वितीयक क्षेत्र: इस क्षेत्र में वे गतिविधियाँ शामिल हैं जो प्राथमिक क्षेत्र से प्राप्त कच्चे माल को तैयार उत्पादों में परिवर्तित करती हैं, जैसे कि विनिर्माण, निर्माण और ऊर्जा उत्पादन।
- तृतीयक क्षेत्र: इस क्षेत्र में वे गतिविधियाँ शामिल हैं जो वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन नहीं करती हैं, बल्कि उन्हें उपभोक्ताओं तक पहुँचाने में मदद करती हैं, जैसे कि परिवहन, संचार, व्यापार, वित्त और शिक्षा।
आर्थिक गतिविधियाँ किसी भी देश की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। वे रोजगार सृजन, आय सृजन और जीवन स्तर में सुधार में योगदान करती हैं।