दिए गए पुष्प में नर तथा मादा जनन अंगों का अध्ययन कैसे करें?

1 उत्तर
1 answers

दिए गए पुष्प में नर तथा मादा जनन अंगों का अध्ययन कैसे करें?

0

किसी पुष्प में नर और मादा जनन अंगों का अध्ययन करने के लिए, निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

  1. पुष्प का चयन:

    एक ऐसा पुष्प चुनें जो पूर्ण रूप से विकसित हो और जिसके सभी भाग स्पष्ट रूप से दिखाई दें। कुछ सामान्य उदाहरणों में लिली, गुड़हल या सरसों के फूल शामिल हैं।

  2. उपकरण:

    आपको निम्नलिखित उपकरणों की आवश्यकता होगी:

    • एक ब्लेड या स्केलपल
    • एक चिमटी (फ़ोर्सिप्स)
    • एक आवर्धक लेंस (मैग्नीफ़ाइंग ग्लास)
    • एक स्लाइड और कवर स्लिप (वैकल्पिक, सूक्ष्मदर्शी अवलोकन के लिए)
  3. बाहरी भागों का अवलोकन:

    पुष्प के बाहरी भागों जैसे बाह्यदल (sepals) और पंखुड़ियों (petals) का ध्यानपूर्वक निरीक्षण करें। यह भाग सीधे जनन में शामिल नहीं होते हैं, लेकिन पुष्प की संरचना को समझने में मदद करते हैं।

  4. नर जनन अंग (पुमंग) की पहचान:

    पुमंग (androecium) पुष्प का नर भाग है। इसके निम्नलिखित भाग होते हैं:

    • पुंकेसर (Stamen): यह पुमंग की इकाई है।
    • परागकोश (Anther): यह पुंकेसर का ऊपरी भाग है जहाँ परागकण (pollen grains) बनते हैं।
    • पुतंतु (Filament): यह परागकोश को पुष्प से जोड़ने वाला डंठल है।

    एक ब्लेड की मदद से परागकोश को ध्यान से काटें और आवर्धक लेंस से परागकणों का निरीक्षण करें।

  5. मादा जनन अंग (जायांग) की पहचान:

    जायांग (gynoecium) पुष्प का मादा भाग है। इसके निम्नलिखित भाग होते हैं:

    • अंडाशय (Ovary): यह जायांग का निचला, फूला हुआ भाग है जिसमें बीजांड (ovules) होते हैं।
    • वर्तिका (Style): यह अंडाशय से निकलने वाला एक नलिकाकार भाग है।
    • वर्तिकाग्र (Stigma): यह वर्तिका का ऊपरी भाग है जहाँ परागकण अंकुरित होते हैं।

    सावधानीपूर्वक अंडाशय को लंबवत (longitudinal) और अनुप्रस्थ (transverse) रूप से काटें। आवर्धक लेंस से बीजांडों का निरीक्षण करें।

  6. आरेखण और अभिलेखन:

    अपने अवलोकन के आधार पर पुष्प के नर और मादा भागों का एक विस्तृत आरेख बनाएं। सभी भागों को लेबल करें और अपने निष्कर्षों को नोट करें।

अधिक जानकारी के लिए, आप इन वेबसाइटों पर जा सकते हैं:

उत्तर लिखा · 13/3/2025
कर्म · 440