वाहन विद्यालय

संस्कृत में निम्नलिखित विषयों पर निबंध लिखिए: 1. मेरा विद्यालय, 2. बगीचा, 3. दो पहिया वाहन, 4. कोरोनावायरस?

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संस्कृत में निम्नलिखित विषयों पर निबंध लिखिए: 1. मेरा विद्यालय, 2. बगीचा, 3. दो पहिया वाहन, 4. कोरोनावायरस?

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कोरोनावायरस एक नए प्रकार का विषाणु आयोजित के संक्रमण से मरीज को खासी जुकाम व बुखार जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं यदि यहां संक्रमण गले से होता है हुआ फेफड़ों तक पहुंच जाता है तो बीमार व्यक्ति की जान तक जा सकती है दिसंबर 2019 में चीन से शुरू होने वाला कोरोनावायरस का संक्रमण धीरे-धीरे पूरे विश्व में फैल गया इसके कारण होने वाली बीमारी को कोविड-19 का नाम दिया गया इसकी कोई दवाई आती का नाम होने के कारण मार्च 2020 तक इस बीमारी में विश्व में अधिकतर देशों को अपनी चपेट में ले लिया था जिसके कारण डब्ल्यूएचओ इस महामारी घोषित कर दिया भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने साल 2020 में कोरोनावायरस के कारण पहली वैश्विक महामारी कोई मेडिसिन लेने के दौरान सुरक्षा कवच भारतीयों को दिया था सब दिन होतना एक समान अर्थ सभी दिन एक जैसे नहीं होते अब अच्छे दिन स्थाई नहीं है तो बुरे दिन भी जाएंगे सभी को मिलकर इस कोएना वायरस का नामोनिशान मिटा ना हमें बीमारी से लड़ना बीमार से नया समाचार की दूरी बनाने और जिलों की दूरी घटाने का हमें अपने आसपास के जरूरतमंद मनुष्यों की मदद करनी चाहिए ताकि कोई भी  कोरोना होने वाली बीमारी को दूर हो 
उत्तर लिखा · 7/4/2021
कर्म · 200
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 कोरोना वायरस एक नए प्रकार का विषाणु आयोजित के संक्रमण में मरीज को खांसी जुकाम व बुखार कैसे लक्षण देखने को मिलते हैं यदि यहां संक्रमण लगने से होता है हुआ   फेफड़ों तक पहुंच जाता है बीमार व्यक्ति की जान तक जा सकती है दिसंबर 2019 में चीन से शुरू होने वाला कोरोना वायरस का संक्रमण धीरे-धीरे पूरे विश्व में फैल गया इसके कारण होने वाली बीमारी को कोविड-19 का नाम दिया गया इसकी कोई दवाई  आती का नाम होने के कारण मार्च 2020 तक इस बीमारी में विश्व में अधिकतर देशों को अपनी चपेट में ले लिया था जिसके कारण डब्ल्यूएचओ इस महामारी  घोषित कर दिया भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने साल 2020 में कोरोना वायरस के कारण पहली वैश्विक महामारी कोई मेडिसिन लेने के दौरान सुरक्षा कवच भारतीयों को दिया था सब दिन होतना एक समान अर्थ सभी दिन एक जैसे नहीं होते अब अच्छे दिन स्थाई नहीं है तो बुरे दिन भी जाएंगे सभी को मिलकर इस कोरोना वायरस का नामोनिशान मिटा ना हमें बीमारी से लड़ना बीमार से नया समाचार की  दूरी बनाने और जिलों  की दूरी घटाने का हमें अपने आसपास के जरूरतमंद मनुष्य की मदद करनी चाहिए ताकि कोई भी कोरोना होने वाली बीमारी को दूर हो
उत्तर लिखा · 7/4/2021
कर्म · 170
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ज़रूर, यहाँ संस्कृत में निम्नलिखित विषयों पर निबंध दिए गए हैं:
1. मम विद्यालयः (मेरा विद्यालय)

मम विद्यालयस्य नाम [विद्यालय का नाम] अस्ति। विद्यालयः एकः पवित्रं मन्दिरं अस्ति। अहं प्रतिदिनं विद्यालयं गच्छामि। मम विद्यालये एकः विशालः क्रीडाङ्गणः, पुस्तकालयः, विज्ञान प्रयोगशाला च अस्ति। मम विद्यालये शिक्षकाः छात्रान् स्नेहभावेन पाठयन्ति। मम विद्यालयः नगरस्य मध्यभागे स्थितः अस्ति। अहं मम विद्यालयं बहु रोचते।


अनुवाद:

मेरे विद्यालय का नाम [विद्यालय का नाम] है। विद्यालय एक पवित्र मंदिर है। मैं प्रतिदिन विद्यालय जाता हूँ। मेरे विद्यालय में एक विशाल क्रीड़ांगन, पुस्तकालय और विज्ञान प्रयोगशाला है। मेरे विद्यालय में शिक्षक छात्रों को स्नेह से पढ़ाते हैं। मेरा विद्यालय शहर के मध्य भाग में स्थित है। मुझे मेरा विद्यालय बहुत पसंद है।


2. उद्यानं (बगीचा)

उद्यानं एकं सुन्दरं रमणीयम् च स्थानं अस्ति। उद्याने विविधाः पादपाः, पुष्पाणि, फलानि च भवन्ति। उद्याने जनाः भ्रमणाय, योगाय, क्रीडाय च आगच्छन्ति। उद्याने खगाः कूजन्ति, भ्रमराः गुञ्जन्ति। उद्यानं मनः आनन्दयति। अहं प्रतिदिनं उद्यानं गच्छामि।


अनुवाद:

उद्यान एक सुंदर और रमणीय स्थान है। उद्यान में विभिन्न प्रकार के पौधे, फूल और फल होते हैं। उद्यान में लोग घूमने, योग करने और खेलने के लिए आते हैं। उद्यान में पक्षी चहचहाते हैं, भौंरे गुंजार करते हैं। उद्यान मन को आनंदित करता है। मैं प्रतिदिन उद्यान जाता हूँ।


3. द्वि-चक्रिका (दो पहिया वाहन)

द्वि-चक्रिका एकं लघु वाहनं अस्ति। एषा द्वयोः चक्रयोः उपरि चलति। द्वि-चक्रिका पर्यावरणस्य मित्रम् अस्ति, यतो हि एषा वायुं न प्रदूषयति। द्वि-चक्रिका चालनं सरलं सुलभं च अस्ति। अहं प्रतिदिनं द्वि-चक्रिकया विद्यालयं गच्छामि।


अनुवाद:

दो पहिया वाहन एक छोटा वाहन है। यह दो पहियों पर चलता है। दो पहिया वाहन पर्यावरण का मित्र है, क्योंकि यह हवा को प्रदूषित नहीं करता है। दो पहिया वाहन चलाना सरल और सुलभ है। मैं प्रतिदिन दो पहिया वाहन से विद्यालय जाता हूँ।


4. कोरोनाविषाणुः (कोरोनावायरस)

कोरोनाविषाणुः एकः घातकः संक्रामकः रोगः अस्ति। 2020 तमे वर्षे सम्पूर्णे विश्वे कोरोनाविषाणुः व्याप्तः। अनेके जनाः कोरोनाविषाणुना पीडिताः मृताः च। कोरोनाविषाणोः निवारणाय सामाजिक-दूरी, मुख-आवरणं, हस्त-प्रक्षालनं च आवश्यकम्। वयं सर्वे मिलित्वा कोरोनाविषाणुं पराजितुं शक्नुमः।


अनुवाद:

कोरोनावायरस एक घातक संक्रामक रोग है। 2020 में पूरे विश्व में कोरोनावायरस व्याप्त हो गया। अनेक लोग कोरोनावायरस से पीड़ित हुए और मर गए। कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए सामाजिक दूरी, मुख-आवरण और हाथ धोना आवश्यक है। हम सब मिलकर कोरोनावायरस को हरा सकते हैं।

उत्तर लिखा · 13/3/2025
कर्म · 340

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