घोर अपराध वाले मामलों का समाधान किसके द्वारा किया जाता है?
घोर अपराध वाले मामलों का समाधान किसके द्वारा किया जाता है?
भारत में, घोर अपराध वाले मामलों का समाधान कई एजेंसियों द्वारा किया जाता है, जो मामले की प्रकृति और गंभीरता पर निर्भर करता है। इनमें शामिल हैं:
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पुलिस:
स्थानीय पुलिस सबसे पहले अपराध की रिपोर्ट प्राप्त करती है और प्रारंभिक जांच करती है। वे सबूत इकट्ठा करते हैं, गवाहों से पूछताछ करते हैं और संदिग्धों को गिरफ्तार करते हैं।
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केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI):
CBI भारत सरकार की प्रमुख जांच एजेंसी है। इसे भ्रष्टाचार, आर्थिक अपराधों और विशेष अपराधों जैसे गंभीर और जटिल मामलों की जांच करने का अधिकार है। CBI वेबसाइट
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राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA):
NIA भारत में आतंकवाद से संबंधित अपराधों की जांच करने के लिए स्थापित एक एजेंसी है। NIA वेबसाइट
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प्रवर्तन निदेशालय (ED):
ED मनी लॉन्ड्रिंग और विदेशी मुद्रा उल्लंघन से संबंधित मामलों की जांच करता है। ED वेबसाइट
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न्यायालय:
अंतिम रूप से, न्यायालय यह निर्धारित करते हैं कि कोई व्यक्ति दोषी है या नहीं और उचित सजा देते हैं।
इन एजेंसियों के अलावा, कुछ विशेष मामलों की जांच के लिए अन्य एजेंसियां भी स्थापित की जा सकती हैं।