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लिखाण

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रामचरितमानस अवधी भाषा में लिखी गयी है। यह 16वीं सदी में रची गयी थी और इसकी शैली प्रबंध काव्य है। तुलसीदास जी ने इसे दोहा, चौपाई, सोरठा और छंद के रूप में लिखा है।

उत्तर लिखा · 13/3/2025
कर्म · 220
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वाणिज्यिक विपत्र (Commercial Paper) मुख्य रूप से निम्नलिखित परिस्थितियों में लिखा जाता है:

  1. अल्पावधि वित्तीय आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए:

    कंपनियाँ अपनी अल्पकालिक वित्तीय जरूरतों, जैसे कि कार्यशील पूंजी की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए वाणिज्यिक विपत्र जारी करती हैं। यह एक अल्पकालिक ऋण साधन है, जिसकी अवधि आमतौर पर कुछ दिनों से लेकर 270 दिनों तक होती है।

  2. उधार लागत को कम करने के लिए:

    वाणिज्यिक विपत्र जारी करके, कंपनियाँ बैंकों से ऋण लेने की तुलना में कम ब्याज दर पर धन जुटा सकती हैं। यदि बाजार की स्थितियाँ अनुकूल हैं, तो वाणिज्यिक विपत्र बैंकों से ऋण लेने की तुलना में सस्ता विकल्प हो सकता है।

  3. अतिरिक्त निधियों का अस्थायी निवेश:

    कंपनियाँ जिनके पास अस्थायी रूप से अतिरिक्त धन उपलब्ध है, वे वाणिज्यिक विपत्र में निवेश कर सकती हैं। यह उन्हें अपने अधिशेष धन पर कुछ आय अर्जित करने का अवसर प्रदान करता है।

  4. साख का प्रदर्शन:

    वाणिज्यिक विपत्र जारी करना कंपनी की वित्तीय साख और बाजार में उसकी प्रतिष्ठा को दर्शाता है। केवल अच्छी क्रेडिट रेटिंग वाली कंपनियाँ ही वाणिज्यिक विपत्र जारी करने में सक्षम होती हैं।

  5. अन्य ऋणों का पुनर्वित्तपोषण:

    कभी-कभी, कंपनियाँ अपने मौजूदा ऋणों को पुनर्वित्तपोषित करने के लिए वाणिज्यिक विपत्र का उपयोग करती हैं, खासकर जब ब्याज दरें कम हों।

संक्षेप में, वाणिज्यिक विपत्र कंपनियों के लिए एक महत्वपूर्ण वित्तीय उपकरण है जो उन्हें अल्पकालिक वित्तीय आवश्यकताओं को पूरा करने, उधार लागत को कम करने और अपनी साख को प्रदर्शित करने में मदद करता है।

उत्तर लिखा · 13/3/2025
कर्म · 220
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कोरोना वायरस 2019 में चीन के बुहान शहर से चीनी विज्ञानियों और आम लोगो ने चमाचिडियो जैशा पक्षी जंगली जानवर के शेवन से ही उत्तपन करके पूरा विश्व  की इकोनॉमिक्स पर खुद का पग जमाने के लिये ही हवा में प्रदूषित और मानव मानव की कड़ी जोड़ कर फैलावा किया गया 
क्योंकि पूर्व काल मे चीन भारत का मूलभूत अंग था उसी समय केलास मानसरोवर के आसपास ऋषि मुनियों तप तपस्या करने के लिए ही रुका करते थे बाद ऋषि मुनियों के लिपि लिखित ग्रथो के आधारित ये लोग नया नया संशोधनो करते रहते थे 
ऐसा भी कहा जाता है कि टीबी मेलरिया जैसा बहुत वायरस आज के दिन भी कभी कभी दिखाते है वो भी चाइना की ही देन है 
चाइना वालो ने तो कोरोना का दवा सब कुछ पहले संसोधन करने के बाद ही दुनिया को झुकने के लिए ही कोरोना को फैलाव कर दिया 
कोरोना कुदरती महामारी तो है नही के हवा में प्रदूषण के हिसाब से फैला रहे होते ये तो एक मनुष्य को चेप लग गया वही मनुष्य दुशरा मनुष्य के संपर्क में आ गया तो इस से वायरस का क्रम बठता गया 
क्योंकि एक आदमी को कोरोना हुवा हो वही रेलवे में सफर कर रहा है तो रेलवे 25 बोगी के हो सब लोग इस एक आदमी से सकर्मनित बन जाते 
प्लेन में जो एक आदमी को कोरोना हुवा हो तो एक प्लेन के अंदर 1500 से 2000 मुसाफिर हो सब एक ही झटके में सकर्मित कर देता था 
ऑटोमेटिक तो ये कौआ  चिड़ियों जैसा उड़ान तो भरता नही था 
ये तो एक प्रकार खुद को विश्व का बाप बनने के लिए ही चरित्र धारण कर लिए के विश्व पुरा दवा के लिए हमको बोले हम हमारी इकोनॉमिक्स ज्यादा पावरफुल कर ले 
उत्तर लिखा · 30/1/2021
कर्म · 990
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प्रिय मित्र सुरेश,
आज मैं तुम्हारे साथ अमरकंटक की यात्रा का अनुभव साँजा कर रहा हु।

कुछ दिन पहले हमने वहां यात्रा की। उस दिन सुबह-सुबह ठिठुरते हुए पुष्कर सरोवर पहुंचे और पानी और कोहरे के अद्भुत दृश्य को देखा। फिर हम कपिल धारा और दुग्धा धरा झरने की ओर बढ़ गए, जो कपिल धरा के लम्बे होने के साथ एक-दूसरे के करीब हैं। हम दोनों घंटों तक भीगने का आनंद लेते रहे। दुगधारा झरने के पास एक छोटी सी गुफा भी है जिसमें एक ऋषि की मूर्ति है जिसे हमने बाद में देखा। उस समय तक लगभग शाम हो चुकी थी, इसलिए हमने होटल वापस छोड़ दिया और देर रात तक भोजन, कैम्प फायर, संगीत का आनंद लिया।

तुम भी समय मिलते वहां जरूर होके आना।

तुम्हारा प्यारा मित्र,
रमेश।
उत्तर लिखा · 17/10/2020
कर्म · 4830
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लिखित - जब हम अपने मन के विचारों या भावों को किसी दूसरे व्यक्ति के सामने लिखकर व्यक्त करते है, उसे लिखित कहते है।
मौखिक - जब हम अपने मन के विचारों या भावों को अपनी वाणी द्वारा बोलकर व्यक्त करते है, तो उसे हम मौखिक कहते है।
उत्तर लिखा · 1/5/2020
कर्म · 4860
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दहेज प्रथा एक की प्रस्तावना अगर हम बताएं भूमिका कर दी जाएं तो दहेज प्रथा एक भारत में बहुत बड़ी समस्या उत्पन्न कर रही है इसके लिए तो बड़े-बड़े अभियान चलाए गए हैं जोकि में रुकावट आया है बहुत ज्यादा तो दहेज प्रथा पर जो लेख हैं वह क्या कहना चाहेंगे कि अगर लड़कियों को मुफ्त शिक्षा हर जिले में एक के लिए सरकार को चाहिए कि लड़कियों के लिए मुफ्त शिक्षा उपलब्ध करा दें उनकी खुद की सुरक्षा के लिए उन्हें विभिन्न प्रकार की कराटे या फिर उसके पश्चात उनकी खुद की सुरक्षा के लिए कुछ बयान के लिए स्वयं एक संस्था की स्थापना करनी चाहिए जिससे अपनी सुरक्षा स्वयं करें और यह जो कोर्ट के द्वारा एक लड़की लड़कियों के लिए विभाग की प्रस्तावना है तो तभी को अपना वर चुनने के लिए याद दिखा देना
उत्तर लिखा · 5/3/2020
कर्म · 800
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आपका हस्तलेखन खराब हो लेकिन हस्तलेखन अच्छा दिखने से ज्यादा परीक्षकों को लिखित शब्द समझना चाहिए, यह महत्त्वपूर्ण है।
परीक्षा काल में पेपर में सिर्फ उत्तर लिखने में लक्ष्य दीजिए। अगर हस्ताक्षर अच्छा लिखने की कोशिश की तो आपका लिखने की गति धीमी हो जाएगी और आपको पूरा पेपर लिखने में समय कम मिलेगा।
अगर वाक्य/शब्द गलत हो तो अंक काटे जाते है। हस्ताक्षर खराब दिखने से अंक काटे नहीं जाते।
उत्तर लिखा · 26/2/2019
कर्म · 68420