
प्रकृति
कक्षा ग्यारहवीं विषय व्यवहार, सीजी बोर्ड इकाई एक, व्यवसाय की प्रकृति एवं उद्देश्य, प्रश्न उत्तर
प्रश्न 1: व्यवसाय क्या है?
उत्तर: व्यवसाय एक आर्थिक गतिविधि है जो लाभ कमाने के उद्देश्य से वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन, वितरण या विनिमय से संबंधित है। इसमें नियमित रूप से वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन और बिक्री शामिल है। व्यवसाय में जोखिम और अनिश्चितता शामिल होती है, क्योंकि लाभ की कोई गारंटी नहीं होती है। व्यवसाय एक संगठन के माध्यम से संचालित होता है, जैसे कि एक स्वामित्व, साझेदारी, या निगम। Investopedia
प्रश्न 2: व्यवसाय की विशेषताएं क्या हैं?
उत्तर: व्यवसाय की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
- यह एक आर्थिक गतिविधि है।
- यह लाभ कमाने के उद्देश्य से की जाती है।
- इसमें वस्तुओं और सेवाओं का उत्पादन, वितरण या विनिमय शामिल है।
- इसमें जोखिम और अनिश्चितता शामिल होती है।
- यह एक संगठन के माध्यम से संचालित होता है।
प्रश्न 3: व्यवसाय के उद्देश्य क्या हैं?
उत्तर: व्यवसाय के उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
- लाभ कमाना
- ग्राहकों को संतुष्ट करना
- कर्मचारियों को रोजगार प्रदान करना
- समाज के लिए योगदान करना
- विकास और विस्तार करना
प्रश्न 4: व्यवसाय के प्रकार क्या हैं?
उत्तर: व्यवसाय के प्रकार निम्नलिखित हैं:
- उत्पादन व्यवसाय: यह व्यवसाय वस्तुओं का उत्पादन करता है।
- वितरण व्यवसाय: यह व्यवसाय वस्तुओं को वितरित करता है।
- सेवा व्यवसाय: यह व्यवसाय सेवाएं प्रदान करता है।
- वाणिज्यिक व्यवसाय: यह व्यवसाय वस्तुओं और सेवाओं का व्यापार करता है।
प्रश्न 5: व्यवसाय का महत्व क्या है?
उत्तर: व्यवसाय का महत्व निम्नलिखित है:
- यह आर्थिक विकास को बढ़ावा देता है।
- यह रोजगार प्रदान करता है।
- यह ग्राहकों को वस्तुओं और सेवाएं प्रदान करता है।
- यह समाज के लिए योगदान करता है।
- यह नवाचार को बढ़ावा देता है।
प्रकृति और पोषण दो अलग-अलग अवधारणाएं हैं जो किसी व्यक्ति के विकास और व्यवहार को प्रभावित करती हैं।
प्रकृति:
- प्रकृति एक व्यक्ति के जन्मजात गुणों और विशेषताओं को संदर्भित करती है, जो उन्हें अपने माता-पिता से विरासत में मिलती हैं।
- इसमें आनुवंशिक संरचना, शारीरिक बनावट, और कुछ जन्मजात प्रवृत्तियाँ शामिल हैं।
- प्रकृति एक व्यक्ति की क्षमता और सीमाओं को निर्धारित कर सकती है।
पोषण:
- पोषण एक व्यक्ति के पर्यावरण और अनुभवों को संदर्भित करता है, जो उनके विकास और व्यवहार को प्रभावित करते हैं।
- इसमें परिवार, दोस्त, स्कूल, संस्कृति और जीवन के अन्य सभी पहलू शामिल हैं।
- पोषण एक व्यक्ति के व्यक्तित्व, मूल्यों और विश्वासों को आकार दे सकता है।
प्रकृति और पोषण दोनों ही एक व्यक्ति के विकास और व्यवहार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह बहस का विषय है कि इन दोनों में से कौन सा अधिक महत्वपूर्ण है, लेकिन अधिकांश विशेषज्ञ इस बात से सहमत हैं कि दोनों ही आवश्यक हैं।
अवतल दर्पण के सामने 15 सेमी दूरी पर रखी वस्तु के प्रतिबिम्ब की स्थिति और प्रकृति निम्नलिखित है:
दर्पण सूत्र:
1/f = 1/v + 1/u
जहाँ:
- f = फोकस दूरी = -30 सेमी (अवतल दर्पण के लिए ऋणात्मक)
- u = वस्तु दूरी = -15 सेमी (दर्पण के सामने)
- v = प्रतिबिम्ब दूरी (ज्ञात करना है)
सूत्र में मान रखने पर:
1/(-30) = 1/v + 1/(-15)
-1/30 = 1/v - 1/15
1/v = -1/30 + 1/15
1/v = (-1 + 2)/30
1/v = 1/30
v = 30 सेमी
अतः प्रतिबिम्ब दर्पण के पीछे 30 सेमी की दूरी पर बनेगा।
आवर्धन (Magnification):
m = -v/u
m = -30/(-15)
m = 2
आवर्धन धनात्मक है और 1 से अधिक है, इसलिए:
- प्रतिबिम्ब आभासी (virtual) होगा।
- प्रतिबिम्ब सीधा (erect) होगा।
- प्रतिबिम्ब वस्तु से बड़ा होगा।
निष्कर्ष:
अवतल दर्पण के सामने 15 सेमी दूरी पर रखी वस्तु का प्रतिबिम्ब दर्पण के पीछे 30 सेमी पर बनेगा। यह प्रतिबिम्ब आभासी, सीधा और वस्तु से दोगुना बड़ा होगा।
फ्रांस के राष्ट्रपति पंचम गणराज्य के राष्ट्राध्यक्ष हैं। वे राष्ट्र के प्रतीक हैं, संविधान का पालन सुनिश्चित करते हैं, और अपनी मध्यस्थता द्वारा राज्य संस्थानों के नियमित कामकाज और राष्ट्रीय स्वतंत्रता की निरंतरता की गारंटी देते हैं।
चुनाव और कार्यकाल:
- राष्ट्रपति का चुनाव सीधे सार्वभौमिक मताधिकार द्वारा 5 साल के लिए किया जाता है।
- एक व्यक्ति लगातार दो कार्यकाल से अधिक राष्ट्रपति नहीं बन सकता।
शक्तियाँ और कार्य:
- संविधान का संरक्षक: राष्ट्रपति संविधान का पालन सुनिश्चित करते हैं। वे जरूरत पड़ने पर संवैधानिक परिषद से सलाह ले सकते हैं।
- कार्यपालिका शक्ति: राष्ट्रपति सरकार का नेतृत्व करते हैं। वे प्रधान मंत्री नियुक्त करते हैं और सरकार के प्रस्ताव पर मंत्रियों को नियुक्त और बर्खास्त करते हैं।
- विदेशी नीति: राष्ट्रपति विदेशी नीति का संचालन करते हैं। वे संधियों पर बातचीत करते हैं और उन्हें अनुमोदित करते हैं। वे सशस्त्र बलों के प्रमुख भी होते हैं।
- विधायी शक्ति: राष्ट्रपति कुछ शर्तों के तहत नेशनल असेंबली को भंग कर सकते हैं। वे कानूनों को प्रख्यापित करते हैं और जनमत संग्रह के लिए बिल पेश कर सकते हैं।
- न्यायिक शक्ति: राष्ट्रपति न्यायाधीशों की नियुक्ति में भूमिका निभाते हैं और क्षमादान दे सकते हैं।
अन्य कार्य:
- राष्ट्रपति राष्ट्रीय सम्मान प्रदान करते हैं।
- वे सशस्त्र बलों के प्रमुख के रूप में कार्य करते हैं।
- वे फ्रांसीसी लोगों को संदेश देते हैं।
अधिक जानकारी के लिए, आप निम्नलिखित लिंक देख सकते हैं:
अर्थशास्त्र: परिभाषा, प्रकृति एवं क्षेत्र
अर्थशास्त्र एक सामाजिक विज्ञान है जो वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन, वितरण और उपभोग का अध्ययन करता है। यह इस बात का विश्लेषण करता है कि समाज अपने दुर्लभ संसाधनों का प्रबंधन कैसे करता है।
परिभाषा:
- एडम स्मिथ के अनुसार: अर्थशास्त्र राष्ट्रों के धन की प्रकृति और कारणों की जांच है।
- अल्फ्रेड मार्शल के अनुसार: अर्थशास्त्र मानव कल्याण का अध्ययन है।
- लियोनेल रॉबिन्स के अनुसार: अर्थशास्त्र दुर्लभ संसाधनों के आवंटन का विज्ञान है।
प्रकृति:
- विज्ञान: अर्थशास्त्र एक विज्ञान है क्योंकि यह व्यवस्थित ज्ञान का एक निकाय है जो कारण और प्रभाव के बीच संबंध स्थापित करता है।
- कला: अर्थशास्त्र एक कला भी है क्योंकि यह आर्थिक समस्याओं को हल करने के लिए ज्ञान का व्यावहारिक अनुप्रयोग प्रदान करता है।
- सामाजिक विज्ञान: अर्थशास्त्र एक सामाजिक विज्ञान है क्योंकि यह मानव व्यवहार और सामाजिक घटनाओं का अध्ययन करता है।
क्षेत्र:
- व्यष्टि अर्थशास्त्र (Microeconomics): यह व्यक्तिगत इकाइयों जैसे कि उपभोक्ता, फर्म और उद्योग के व्यवहार का अध्ययन करता है।
- समष्टि अर्थशास्त्र (Macroeconomics): यह अर्थव्यवस्था के समग्र प्रदर्शन का अध्ययन करता है, जैसे कि मुद्रास्फीति, बेरोजगारी और आर्थिक विकास।
- अंतर्राष्ट्रीय अर्थशास्त्र (International Economics): यह देशों के बीच व्यापार और वित्तीय प्रवाह का अध्ययन करता है।
- विकास अर्थशास्त्र (Development Economics): यह विकासशील देशों में आर्थिक विकास और गरीबी में कमी का अध्ययन करता है।
अर्थशास्त्र एक व्यापक और महत्वपूर्ण विषय है जो हमें यह समझने में मदद करता है कि दुनिया कैसे काम करती है।
ग्रहीतुम् पद में प्रकृति और प्रत्यय का विभाजन इस प्रकार है:
- प्रकृति (धातु): ग्रह् (ग्रहण करना)
- प्रत्यय: तुमुन्
इस प्रकार, ग्रहीतुम् = ग्रह् + तुमुन्
तुमुन् प्रत्यय का प्रयोग 'के लिए' अर्थ में होता है, इसलिए ग्रहीतुम् का अर्थ होता है 'ग्रहण करने के लिए'।