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शिक्षा

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बीएसए का फुल फॉर्म बेसिक शिक्षा अधिकारी (Basic Shiksha Adhikari) है। बेसिक शिक्षा अधिकारी, शिक्षा विभाग में एक महत्वपूर्ण पद होता है, जो जिले में बेसिक शिक्षा (प्राथमिक और उच्च प्राथमिक शिक्षा) के प्रशासन और प्रबंधन के लिए जिम्मेदार होता है।

उत्तर लिखा · 19/5/2025
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बी.एस.ए. का फुल फॉर्म है बेसिक शिक्षा अधिकारी। बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) उत्तर प्रदेश राज्य में बेसिक शिक्षा विभाग के जिला-स्तरीय अधिकारी होते हैं। वे जिले में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों की शिक्षा व्यवस्था के प्रबंधन और कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार होते हैं।

अधिक जानकारी के लिए, आप उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर जा सकते हैं: http://www.basiceducation.up.gov.in/

उत्तर लिखा · 19/5/2025
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मैथ के लिए सबसे अच्छी किताब का चुनाव आपकी व्यक्तिगत ज़रूरतों, स्तर, और पसंद पर निर्भर करता है। फिर भी, कुछ लोकप्रिय और बेहतरीन मानी जाने वाली किताबें इस प्रकार हैं: * **गणित का संक्षिप्त इतिहास** (A Short Account of the History of Mathematics) बाय डब्ल्यू. डब्ल्यू. राउज़ बॉल: यह किताब गणित के इतिहास को जानने के लिए अच्छी है। * **कैलकुलस** बाय थॉमस फ़िननी: यह कैलकुलस सीखने के लिए बहुत अच्छी मानी जाती है। * **लीनियर अलजेब्रा** बाय गिलबर्ट स्ट्रैंग: अगर आप लीनियर अलजेब्रा सीखना चाहते हैं, तो यह किताब अच्छी है। * **प्रूफ़्स एंड रिफ़्यूटेशन्स** बाय इमरे लाकाटोस: यह किताब गणित के दर्शन और ज्ञानमीमांसा पर आधारित है। * **नंबर थ्योरी** बाय जॉर्ज एंड्रयूज: यह किताब नंबर थ्योरी के लिए एक अच्छी शुरुआत है। ये कुछ सुझाव हैं, लेकिन आपके लिए सबसे अच्छी किताब आपकी व्यक्तिगत ज़रूरतों और सीखने के तरीके पर निर्भर करेगी। इसलिए, अलग-अलग किताबों को देखना और समीक्षाएँ पढ़ना मददगार हो सकता है।
उत्तर लिखा · 17/5/2025
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पढ़ने के लिए सबसे अच्छा ऐप आपकी व्यक्तिगत पसंद और ज़रूरतों पर निर्भर करता है। हालाँकि, कुछ लोकप्रिय विकल्प हैं:
  • किंडल: यह ऐप आपको अमेज़ॅन से खरीदी गई ई-बुक्स पढ़ने की अनुमति देता है। इसमें विभिन्न प्रकार की सुविधाएँ हैं, जैसे कि बिल्ट-इन शब्दकोश, नोट्स लेने की क्षमता और विभिन्न फ़ॉन्ट आकारों और शैलियों को समायोजित करने की क्षमता।
  • गूगल प्ले बुक्स: यह ऐप आपको गूगल प्ले स्टोर से खरीदी गई ई-बुक्स पढ़ने की अनुमति देता है। यह किंडल के समान सुविधाएँ प्रदान करता है, जैसे कि बिल्ट-इन शब्दकोश, नोट्स लेने की क्षमता और विभिन्न फ़ॉन्ट आकारों और शैलियों को समायोजित करने की क्षमता।
  • कोबो बुक्स: यह ऐप आपको कोबो से खरीदी गई ई-बुक्स पढ़ने की अनुमति देता है। यह किंडल और गूगल प्ले बुक्स के समान सुविधाएँ प्रदान करता है।
  • लिबी: यह ऐप आपको अपने स्थानीय पुस्तकालय से ई-बुक्स और ऑडियोबुक उधार लेने की अनुमति देता है। यह एक निःशुल्क ऐप है और इसका उपयोग करने के लिए आपको केवल एक पुस्तकालय कार्ड की आवश्यकता है।
अंततः, आपके लिए सबसे अच्छा ऐप वह है जो उपयोग करने में सबसे आसान है और जिसकी सुविधाएँ आपकी आवश्यकताओं के अनुरूप हैं।
उत्तर लिखा · 17/5/2025
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यूपी पुलिस कांस्टेबल परीक्षा 2023 का पेपर प्राप्त करने के लिए, आप निम्नलिखित संसाधनों का उपयोग कर सकते हैं:
  • पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र: shiksha.com, careerpower.in, prepp.in, और adda247.com जैसी वेबसाइटों पर यूपी पुलिस कांस्टेबल के पिछले वर्ष के प्रश्न पत्र पीडीएफ प्रारूप में उपलब्ध हैं। आप इन वेबसाइटों से प्रश्न पत्र डाउनलोड कर सकते हैं और उन्हें हल करके परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं।
  • विश्लेषण: उत्कर्ष क्लासेज जैसी वेबसाइटें यूपी पुलिस कांस्टेबल परीक्षा 2023 के पेपर का विषय-वार विश्लेषण प्रदान करती हैं। यह विश्लेषण आपको परीक्षा के कठिनाई स्तर और विषय वेटेज को समझने में मदद करेगा।
  • मॉडल प्रश्न पत्र: टेस्टबुक जैसी वेबसाइटें यूपी पुलिस कांस्टेबल परीक्षा 2024 के मॉडल प्रश्न पत्र प्रदान करती हैं। इन प्रश्न पत्रों को हल करके, आप परीक्षा के पैटर्न और प्रश्नों के प्रकार से परिचित हो सकते हैं।
परीक्षा में सामान्य ज्ञान, सामान्य हिंदी, संख्यात्मक और मानसिक क्षमता, और मानसिक योग्यता/बुद्धि/तार्किक क्षमता से प्रश्न पूछे जाते हैं। प्रत्येक प्रश्न 2 अंक का होता है और प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 0.5 अंक की नकारात्मक अंकन है।

परीक्षा की तैयारी के लिए, आप पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को हल करने के अलावा, पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न को अच्छी तरह से समझें। आप वर्तमान मामलों पर भी ध्यान दें।

उत्तर लिखा · 17/5/2025
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स्कूल का चावल समय पर नहीं निकलने पर कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें शामिल हैं:
  • बच्चों के पोषण पर असर: अगर चावल समय पर नहीं मिलता है, तो बच्चों को पोषक भोजन नहीं मिल पाएगा, जिससे उनके स्वास्थ्य और विकास पर बुरा असर पड़ सकता है। खासकर गरीब परिवारों के बच्चों के लिए यह बहुत जरूरी होता है।
  • स्कूल में उपस्थिति कम होना: कई बच्चे सिर्फ इसलिए स्कूल आते हैं ताकि उन्हें भोजन मिल सके। अगर चावल समय पर नहीं मिलेगा, तो वे स्कूल आना बंद कर सकते हैं।
  • शिक्षकों और स्कूल प्रशासन पर दबाव: चावल वितरण में देरी होने पर शिक्षकों और स्कूल प्रशासन को बच्चों और उनके माता-पिता के गुस्से का सामना करना पड़ सकता है।
  • खाद्य सुरक्षा संबंधी चिंताएं: अगर चावल का स्टॉक समय पर नहीं निकलता है, तो उसके खराब होने का खतरा रहता है, जिससे खाद्य सुरक्षा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
  • योजनाओं का प्रभाव कम होना: मध्याह्न भोजन योजना जैसी योजनाओं का उद्देश्य बच्चों को पोषण देना और स्कूल में उनकी उपस्थिति बढ़ाना है। चावल वितरण में देरी से इन योजनाओं का प्रभाव कम हो सकता है।

इन समस्याओं से बचने के लिए जरूरी है कि चावल का वितरण समय पर हो और इसमें किसी तरह की लापरवाही न हो।

उत्तर लिखा · 12/5/2025
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मुझे ठीक से समझ नहीं आ रहा है कि आप किस प्रक्रिया के बारे में बात कर रहे हैं। क्या आप कृपया अधिक जानकारी दे सकते हैं?
उत्तर लिखा · 11/5/2025
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