
भारत का इतिहास
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भारत में मतदान की आयु 21 वर्ष से घटाकर 18 वर्ष करने का मुख्य कारण युवाओं को राजनीतिक प्रक्रिया में अधिक भागीदारी देना था। 1988 में, तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नेतृत्व में संविधान में 61वां संशोधन किया गया, जिसके तहत यह परिवर्तन हुआ।
प्रमुख कारण:
- युवाओं को सशक्तिकरण: यह माना गया कि 18 वर्ष की आयु के युवा देश के प्रति अधिक जागरूक और जिम्मेदार होते हैं, और उन्हें अपने मताधिकार का प्रयोग करने का अधिकार होना चाहिए।
- राजनीतिक जागरूकता: शिक्षा और सूचना के प्रसार के साथ, युवाओं में राजनीतिक जागरूकता बढ़ी थी, और वे देश के भविष्य को आकार देने में सक्षम थे।
- अंतर्राष्ट्रीय मानदंड: कई देशों में मतदान की आयु 18 वर्ष थी, और भारत में भी इसे अपनाने का दबाव था।
इस परिवर्तन से युवाओं को लोकतंत्र में सीधे भाग लेने का अवसर मिला, और यह भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
स्रोत:
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दोस्तों, वैसे तो सभी डीमैट ब्रोकर एक ही काम करते हैं। सभी का काम करने का मूलभूत तरीका एक जैसा ही हैं।
पर फिर भी कुछ बाते ऐसी है, जिनके ऊपर से हम अपने लिये सर्वश्रेष्ठ डीमैट या ट्रेडिंग अकॉउंट का चयन कर सकते हैं।
👍 डीमैट/ ट्रेडिंग सुरक्षित होनी चाहिये।
👍 शेयर की खरेदी/बिक्री तुरंत होनी चाहिए।
👍 आसान होना चाहिए।
👍 ट्रेडिंग/ ब्रोकर चार्ज कम से कम होना चाहिए।
👍 डिलीवरी फ्री होनी चाहिये।
👍 अकॉउंट के charges कम से कम होने चाहिये।
👍 डिमैट कंपनी सेवा में ततपर होनी चाहिए।
अगर इन सभी बातों को देखे तो..
सबसे बेस्ट हैं।
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महिलाओं के लिए गोले का भार 4 किलोग्राम (8.8 पाउंड) होता है।
यहाँ एक विश्वसनीय स्रोत है:
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आनंदीबाई जोशी (31 मार्च 1865-28 फ़रवरी 1887) पुणे शहर में जन्मी पहली भारतीय महिला थीं, जिन्होंने डॉक्टरी की डिग्री ली थी। जिस दौर में महिलाओं की शिक्षा भी दूभर थी, ऐसे में विदेश जाकर[1] डॉक्टरी की डिग्री हासिल करना अपने-आप में एक मिसाल है। उनका विवाह नौ साल की अल्पायु में उनसे करीब 20 साल बड़े गोपालराव से हो गया था। जब 14 साल की उम्र में वे माँ बनीं और उनकी एकमात्र संतान की मृत्यु 10 दिनों में ही गई तो उन्हें बहुत बड़ा आघात लगा। अपनी संतान को खो देने के बाद उन्होंने यह प्रण किया कि वह एक दिन डॉक्टर बनेंगी और ऐसी असमय मौत को रोकने का प्रयास करेंगी। उनके पति गोपालराव ने भी उनको भरपूर सहयोग दिया और उनकी हौसला अफजाई की।
डॉ. आनंदीबाई जोशी
Anandibai joshi.jpg
डॉ. आनंदीबाई जोशी का एक चित्र
जन्म
यमुना
31 मार्च 1865
ठाणे, ब्रिटिश भारत
मृत्यु
26 फ़रवरी 1887 (उम्र 21)
पुणे, बॉम्बे प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश भारत
स्मारक समाधि
पकिप्सी (न्यूयॉर्क), संयुक्त राज्य अमेरिका (अग्निदाह राख)
अन्य नाम
आनंदीबाई जोशी
आनंदी गोपाल जोशी
आनंदीबाई गोपाळराव जोशी
शिक्षा प्राप्त की
वुमन्स मेडिकल कॉलेज ऑफ़ पेन्सिल्वेनिया
जीवनसाथी
गोपालराव जोशी
अंतिम स्थान
पकिप्सी (न्यूयॉर्क), संयुक्त राज्य अमेरिका (अग्निदाह राख)
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भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद थे।
उन्होंने 1950 से 1962 तक राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया।
अधिक जानकारी के लिए, आप निम्न लिंक देख सकते हैं: