Topic icon

कोरोना

4
सार्वजनिक स्वास्थ्य सूचना
तथ्यों की जानकारी रखकर और ज़रूरी सावधानियां अपनाकर, आप खुद को और अपने आस-पास के लोगों को सुरक्षित रख सकते हैं. स्थानीय स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गई सलाह मानें.
अपने क्षेत्र के लिए सबसे उचित जानकारी पाने के लिए अपने स्थानीय स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करें.
कोविड-19 को फैलने से रोकने के लिए:
दूसरों से सुरक्षित दूरी (कम से कम 1 मीटर) बनाए रखें, भले ही वे बीमार न हों.
सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाएं, खास तौर पर इमारत के भीतर या जब शारीरिक दूरी बनाना संभव न हो.
बंद जगहों की बजाय खुली, हवादार जगहें चुनें. अगर किसी इमारत के भीतर हैं, तो खिड़कियां खोलें.
हाथों को बार-बार धोएं. हाथ धोने के लिए, साबुन और पानी या एल्कोहल वाला हैंड रब इस्तेमाल करें.
अपनी बारी आने पर टीका लगवाएं. टीकाकरण के बारे में स्थानीय निर्देश फ़ॉलो करें.
खांसने या छींकने पर अपनी नाक और मुंह को कोहनी या रूमाल से ढंक लें.
अगर आप अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं, तो घर पर ही रहें.
अगर आपको बुखार, खांसी है और सांस लेने में परेशानी हो रही है, तो डॉक्टर के पास जाएं. आपको स्वास्थ्य सेवा देने वाली संस्था से पहले ही संपर्क कर लें, ताकि वे आपको बता दें कि इलाज के लिए कहां जाना है. यह आपको बचाता है और वायरस और अन्य संक्रमणों को फैलने से रोकता है.
मास्क
अगर मास्क सही फ़िटिंग वाला हो, तो मास्क लगाने वाले व्यक्ति से दूसरों में वायरस फैलने से रोकने में मदद मिल सकती है. सिर्फ़ मास्क लगाकर कोविड-19 से नहीं बचा जा सकता. हमें साथ में शारीरिक दूरी बनाए रखनी होगी और हाथों को साफ रखना होगा. स्थानीय स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी गई सलाह मानें.
who.int पर जाकर ज़्यादा जानें
SDL Inc ने अनुवाद किया है. इसका मकसद सिर्फ़ जानकारी देना है. सलाह पाने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें.







उत्तर लिखा · 21/2/2022
कर्म · 7690
0

कोरोना महामारी के दौरान विद्यालय बंद रहने से मेरी शिक्षा में कई तरह की हानियाँ हुईं, जिनमें से कुछ प्रमुख इस प्रकार हैं:

  • सीधी सीखने की हानि:

    विद्यालय बंद होने के कारण, नियमित कक्षाओं में होने वाली पढ़ाई बाधित हुई, जिससे पाठ्यक्रम को पूरा करने में कठिनाई हुई। शिक्षकों से सीधे संवाद और तत्काल प्रतिक्रिया मिलने में कमी आई, जिससे अवधारणाओं को समझने में परेशानी हुई।

  • सामाजिक और भावनात्मक विकास में बाधा:

    विद्यालय एक ऐसा स्थान है जहाँ हम साथियों के साथ मिलकर सीखते हैं, खेलते हैं और सामाजिक कौशल विकसित करते हैं। विद्यालय बंद होने से यह अवसर छिन गया, जिससे सामाजिक और भावनात्मक विकास में बाधा आई।

  • प्रायोगिक शिक्षा का अभाव:

    विज्ञान और अन्य विषयों में प्रयोगों और गतिविधियों के माध्यम से सीखना महत्वपूर्ण होता है, लेकिन विद्यालय बंद होने से यह संभव नहीं हो पाया। इससे विषयों की गहरी समझ विकसित करने में कमी आई।

  • ऑनलाइन शिक्षा की सीमाएँ:

    हालांकि ऑनलाइन शिक्षा एक विकल्प था, लेकिन यह सभी के लिए समान रूप से प्रभावी नहीं था। कई छात्रों के पास इंटरनेट और उपकरणों की कमी थी, जिससे वे ऑनलाइन कक्षाओं में भाग नहीं ले पाए। इसके अतिरिक्त, ऑनलाइन शिक्षा में ध्यान केंद्रित करना और प्रेरित रहना भी मुश्किल था।

  • परीक्षाओं और मूल्यांकन में अनिश्चितता:

    विद्यालय बंद होने के कारण परीक्षाओं और मूल्यांकन की प्रक्रिया में अनिश्चितता बनी रही, जिससे छात्रों में तनाव और चिंता बढ़ी।

इन सभी कारणों से मेरी शिक्षा में कई तरह की हानियाँ हुईं, जिनकी भरपाई करने के लिए मुझे अतिरिक्त प्रयास करने पड़े।

उत्तर लिखा · 13/3/2025
कर्म · 520
0

कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन दुनिया के कई देशों में फैल चुका है।

नवंबर 2023 तक, संयुक्त राज्य अमेरिका में ओमिक्रॉन के सबसे अधिक मामले थे।
रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका में पाए जाने वाले कोरोना वायरस के 99.5% से अधिक मामले ओमिक्रॉन वेरिएंट के थे।

ओमिक्रॉन के अन्य प्रमुख प्रभावित देशों में यूनाइटेड किंगडम, दक्षिण अफ्रीका और जर्मनी शामिल हैं।

कृपया ध्यान दें कि यह जानकारी परिवर्तन के अधीन है क्योंकि स्थिति लगातार विकसित हो रही है।

उत्तर लिखा · 13/3/2025
कर्म · 520
20
कोरोना वायरस 2019 में चीन के बुहान शहर से चीनी विज्ञानियों और आम लोगो ने चमाचिडियो जैशा पक्षी जंगली जानवर के शेवन से ही उत्तपन करके पूरा विश्व  की इकोनॉमिक्स पर खुद का पग जमाने के लिये ही हवा में प्रदूषित और मानव मानव की कड़ी जोड़ कर फैलावा किया गया 
क्योंकि पूर्व काल मे चीन भारत का मूलभूत अंग था उसी समय केलास मानसरोवर के आसपास ऋषि मुनियों तप तपस्या करने के लिए ही रुका करते थे बाद ऋषि मुनियों के लिपि लिखित ग्रथो के आधारित ये लोग नया नया संशोधनो करते रहते थे 
ऐसा भी कहा जाता है कि टीबी मेलरिया जैसा बहुत वायरस आज के दिन भी कभी कभी दिखाते है वो भी चाइना की ही देन है 
चाइना वालो ने तो कोरोना का दवा सब कुछ पहले संसोधन करने के बाद ही दुनिया को झुकने के लिए ही कोरोना को फैलाव कर दिया 
कोरोना कुदरती महामारी तो है नही के हवा में प्रदूषण के हिसाब से फैला रहे होते ये तो एक मनुष्य को चेप लग गया वही मनुष्य दुशरा मनुष्य के संपर्क में आ गया तो इस से वायरस का क्रम बठता गया 
क्योंकि एक आदमी को कोरोना हुवा हो वही रेलवे में सफर कर रहा है तो रेलवे 25 बोगी के हो सब लोग इस एक आदमी से सकर्मनित बन जाते 
प्लेन में जो एक आदमी को कोरोना हुवा हो तो एक प्लेन के अंदर 1500 से 2000 मुसाफिर हो सब एक ही झटके में सकर्मित कर देता था 
ऑटोमेटिक तो ये कौआ  चिड़ियों जैसा उड़ान तो भरता नही था 
ये तो एक प्रकार खुद को विश्व का बाप बनने के लिए ही चरित्र धारण कर लिए के विश्व पुरा दवा के लिए हमको बोले हम हमारी इकोनॉमिक्स ज्यादा पावरफुल कर ले 
उत्तर लिखा · 30/1/2021
कर्म · 990
4
घर में रहने से, 1 गज की दूरी बनाने से, मुंह पर मास्क, हाथ पर सैनिटाइजर।
उत्तर लिखा · 4/8/2020
कर्म · 80
20
कोरोना से बचने के लिए हमें इन सब बातों का ध्यान रखना चाहिए-
1-हमें समय-समय पर अपने हाथ साबुन और पानी से धोना चाहिए।
2-अपने मुंह पर मास्क लगाना चाहिए।
3-भीड़ भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें।
4-जब आप को बुखार या खांसी हो तो दूसरे को अपने पास मत आने दीजिए।
5-जब आपको ज्यादा बुखार हो तो डॉक्टर के पास मास्क लगाकर जाएं।
उत्तर लिखा · 16/7/2020
कर्म · 610