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जीवनी

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भीमराव रामजी अम्बेडकर, जिन्हें बाबासाहेब अम्बेडकर के नाम से भी जाना जाता है, का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के महू में हुआ था।

संदर्भ:

उत्तर लिखा · 24/5/2025
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मदर टेरेसा का जन्म स्कोप्जे, मेसेडोनिया में हुआ था। उनका जन्म 26 अगस्त, 1910 को हुआ था।

स्रोत:

उत्तर लिखा · 10/5/2025
कर्म · 320
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शरद जोशी का जन्म 21 मई, 1931 को मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में हुआ था।

स्रोत: विकिपीडिया

उत्तर लिखा · 26/4/2025
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चंद्रशेखर आज़ाद रावण, जिन्हें चंद्रशेखर आज़ाद के नाम से भी जाना जाता है, एक भारतीय दलित अधिकार कार्यकर्ता और भीम आर्मी के सह-संस्थापक हैं।

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा:

  • चंद्रशेखर आज़ाद रावण का जन्म 3 दिसंबर 1986 को उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के घड़कोली गाँव में हुआ था।
  • उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गाँव के ही स्कूल से प्राप्त की।
  • उन्होंने कानून में स्नातक की डिग्री हासिल की है।

भीम आर्मी की स्थापना:

  • चंद्रशेखर आज़ाद ने 2015 में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर भीम आर्मी की स्थापना की।
  • भीम आर्मी का उद्देश्य दलितों और अन्य वंचित समुदायों के अधिकारों की रक्षा करना है।
  • यह संगठन शिक्षा के माध्यम से दलितों को सशक्त बनाने और जाति-आधारित भेदभाव के खिलाफ लड़ने के लिए काम करता है।

प्रमुख कार्य और आंदोलन:

  • चंद्रशेखर आज़ाद ने दलितों के खिलाफ अत्याचारों के खिलाफ कई आंदोलनों का नेतृत्व किया है।
  • 2017 में सहारनपुर में हुई जातीय हिंसा के बाद वे सुर्खियों में आए थे।
  • उन्होंने दलितों के लिए शिक्षा, रोजगार और सामाजिक न्याय की वकालत की है।

विवाद और गिरफ्तारियां:

  • चंद्रशेखर आज़ाद को कई बार गिरफ्तार किया गया है।
  • उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत भी हिरासत में लिया गया था।
  • उनकी गिरफ्तारियों को लेकर दलित समुदाय और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया था।

राजनीतिक करियर:

  • मार्च 2020 में, उन्होंने आज़ाद समाज पार्टी नामक एक राजनीतिक दल की स्थापना की।
  • उनकी पार्टी का उद्देश्य दलितों, पिछड़े वर्गों और अल्पसंख्यकों का प्रतिनिधित्व करना है।

संदर्भ:

उत्तर लिखा · 8/4/2025
कर्म · 320
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भीमराव रामजी अम्बेडकर, जिन्हें बाबासाहेब अम्बेडकर के नाम से भी जाना जाता है, एक भारतीय न्यायविद, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक थे। उन्होंने दलितों (अछूतों) के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी और भारत के संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

जन्म: 14 अप्रैल, 1891, महू, मध्य प्रदेश, भारत

मृत्यु: 6 दिसंबर, 1956, दिल्ली, भारत

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा:

  • अंबेडकर का जन्म एक दलित परिवार में हुआ था, जिसके कारण उन्हें बचपन में सामाजिक भेदभाव का सामना करना पड़ा।
  • उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कठिनाइयों का सामना करते हुए पूरी की।
  • उन्होंने बॉम्बे विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
  • उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से अर्थशास्त्र में उच्च शिक्षा प्राप्त की।

योगदान:

  • अंबेडकर ने दलितों के अधिकारों के लिए अथक प्रयास किया।
  • उन्होंने "बहिष्कृत हितकारिणी सभा" और "शेड्यूल्ड कास्ट्स फेडरेशन" जैसे संगठनों की स्थापना की।
  • वे भारत के संविधान सभा के सदस्य थे और उन्होंने संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • उन्हें भारत के संविधान के जनक के रूप में जाना जाता है।
  • उन्होंने स्वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री के रूप में कार्य किया।
  • अंबेडकर ने बौद्ध धर्म को अपनाया और दलितों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित किया।

सम्मान:

  • 1990 में, उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया गया, जो भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है।

संदर्भ:

उत्तर लिखा · 8/4/2025
कर्म · 320
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सलमान खान, जिनका पूरा नाम अब्दुल राशिद सलीम सलमान खान है, का जन्म 27 दिसंबर 1965 को हुआ था। 2024 के अनुसार, वह 58 साल के हैं।

अधिक जानकारी के लिए, आप विकिपीडिया पृष्ठ देख सकते हैं:

उत्तर लिखा · 5/4/2025
कर्म · 320
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रामचरित मानस १५वीं शताब्दी के कवि गोस्वामी तुलसीदास द्वारा लिखा गया महाकाव्य है। जैसा तुलसीदास ने रामचरित मानस के बालकाण्ड में स्वयं लिखा है कि उन्होंने रामचरित मानस की रचना का आरम्भ अयोध्या में विक्रम संवत १६३१ (१५७४ ईस्वी) को रामनवमीके दिन (मंगलवार) किया था। गीताप्रेस गोरखपुर के श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार के अनुसार रामचरितमानस को लिखने में गोस्वामी तुलसीदास जी को २ वर्ष ७ माह २६ दिन का समय लगा था और उन्होंने इसे संवत् १६३३ (१५७६ ईस्वी) के मार्गशीर्ष शुक्लपक्ष में राम विवाह के दिन पूर्ण किया था। इस महाकाव्य की भाषा अवधी है जो हिंन्दी की ही एक शाखा है।

रामचरितमानस में गोस्वामी तुलसीदास ने श्री रामचन्द्र के निर्मल एवं विशद चरित्र का वर्णन किया है। महर्षि वाल्मीकि द्वारा रचित संस्कृत रामायण को रामचरितमानस का आधार माना जाता है। यद्यपि रामायण और रामचरितमानस दोनों में ही राम के चरित्र का वर्णन है परंतु दोनों ही महाकाव्यों के रचने वाले कवियों की वर्णन शैली में उल्लेखनीय अन्तर है। जहाँ वाल्मीकि ने रामायण में राम को केवल एक सांसारिक व्यक्ति के रूप में दर्शाया है वहीं तुलसीदास ने रामचरितमानस में राम को भगवान विष्णु का अवतार माना है।
उत्तर लिखा · 18/7/2018
कर्म · 1750