वही असली रूप है जो महाभारत में कृष्ण ने अर्जुन को दिखाया था?
वही असली रूप है जो महाभारत में कृष्ण ने अर्जुन को दिखाया था?
महाभारत में, भगवान कृष्ण ने अर्जुन को अपना दिव्य रूप दिखाया था, जिसे विश्वरूप कहा जाता है। यह रूप अत्यधिक भव्य और तेजस्वी था, जिसका वर्णन करना मुश्किल है।
भगवत गीता के अध्याय 11 में, अर्जुन ने कृष्ण से प्रार्थना की कि वे अपना वास्तविक रूप दिखाएँ। कृष्ण ने अर्जुन को दिव्य दृष्टि प्रदान की, जिससे वह उस रूप को देख सके।
विश्वरूप में, अर्जुन ने देखा कि कृष्ण के शरीर में संपूर्ण ब्रह्मांड समाहित है। उसने अनगिनत मुख, नेत्र, भुजाएँ और पैर देखे। उसने सभी देवताओं, राक्षसों, मनुष्यों और अन्य प्राणियों को कृष्ण के शरीर में देखा। उसने काल को भी कृष्ण के मुख में प्रवेश करते और सब कुछ नष्ट करते हुए देखा।
अर्जुन इस रूप को देखकर भयभीत और विस्मित हो गया। उसने कृष्ण से प्रार्थना की कि वे अपना सौम्य रूप धारण करें। कृष्ण ने अर्जुन की प्रार्थना स्वीकार की और अपना चतुर्भुज रूप धारण किया।
विश्वरूप का दर्शन अर्जुन के लिए एक महत्वपूर्ण अनुभव था। इसने उसे कृष्ण की दिव्य शक्ति और ब्रह्मांडीय भूमिका का एहसास कराया।
इस घटना का उल्लेख भगवत गीता में है, जो महाभारत का एक हिस्सा है। आप यहां भगवत गीता पढ़ सकते हैं: holy-bhagavad-gita.org