दीया बाती वाला मंत्र?
दीया बाती के लिए कई मंत्र हैं, जो अलग-अलग परंपराओं और उद्देश्यों के लिए उपयोग किए जाते हैं। यहाँ कुछ सामान्य मंत्र दिए गए हैं:
1. शुभं करोति कल्याणं:
शुभं करोति कल्याणं आरोग्यं धनसंपदा।
शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपज्योतिर्नमोऽस्तुते।।
अर्थ: जो शुभ, कल्याण, आरोग्य और धन-संपदा प्रदान करता है। शत्रु बुद्धि का नाश करने वाली दीप ज्योति को नमस्कार हो।
2. दीपज्योतिः परब्रह्म:
दीपज्योतिः परब्रह्म दीपज्योतिर्जनार्दनः।
दीपो हरति मे पापं दीपज्योतिर्नमोऽस्तुते।।
अर्थ: दीपज्योति परब्रह्म है, दीपज्योति जनार्दन (विष्णु) है। दीप मेरे पापों को हरता है, दीपज्योति को नमस्कार हो।
3. एक अन्य मंत्र:
घृतवर्तिसमायुक्तं तेजो यत्र स्वयं स्थितम्।
अकालमृत्युहरणं दीपं पश्यामि नोऽशुभम्।।
अर्थ: घी और बत्ती से युक्त, जहाँ तेज स्वयं स्थित है। अकाल मृत्यु को हरने वाले दीप को मैं देखता हूँ, कोई अशुभ नहीं होता।
इन मंत्रों का जाप करते समय, दीया को प्रज्ज्वलित करें और श्रद्धापूर्वक प्रार्थना करें।