
कैंसर
इंदिरा गांधी नहर भारत के राजस्थान राज्य में स्थित है। यह नहर भारत की सबसे बड़ी नहर है और इसे राजस्थान के रेगिस्तान में सिंचाई के लिए बनाया गया है।
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क्षमा करें, मुझे आपके प्रश्न को समझने में कठिनाई हो रही है। क्या आप कृपया इसे फिर से अलग तरह से बता सकते हैं?
यदि आप कैंसर के बारे में जानना चाहते हैं, तो मैं आपको बता सकता हूँ:
कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं। यह वृद्धि आसपास के ऊतकों पर आक्रमण कर सकती है और शरीर के अन्य भागों में फैल सकती है।
कैंसर के कई प्रकार होते हैं, और प्रत्येक प्रकार के अपने कारण, लक्षण और उपचार होते हैं।
कैंसर के कुछ सामान्य प्रकारों में शामिल हैं:
- फेफड़ों का कैंसर
- स्तन कैंसर
- कोलन कैंसर
- प्रोस्टेट कैंसर
- त्वचा कैंसर
कैंसर के लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि कैंसर किस प्रकार का है और यह शरीर में कहां स्थित है। कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
- थकान
- वजन घटना
- बुखार
- दर्द
- त्वचा में परिवर्तन
कैंसर का उपचार इस बात पर निर्भर करता है कि कैंसर किस प्रकार का है, यह कितना फैला हुआ है, और रोगी का समग्र स्वास्थ्य। कुछ सामान्य उपचारों में शामिल हैं:
- सर्जरी
- कीमोथेरेपी
- रेडिएशन थेरेपी
- लक्षित थेरेपी
- इम्यूनोथेरेपी
कैंसर एक गंभीर बीमारी है, लेकिन इसका इलाज संभव है। यदि आपको कैंसर के बारे में कोई चिंता है, तो कृपया अपने डॉक्टर से बात करें।
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कैंसर: एक व्यापक अवलोकन
कैंसर एक जटिल बीमारी है जिसमें शरीर की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ती और फैलती हैं। सामान्य कोशिकाएं विभाजित होती हैं और एक नियंत्रित तरीके से मर जाती हैं, लेकिन कैंसर में, ये प्रक्रियाएं बाधित हो जाती हैं। पुरानी कोशिकाएं मरती नहीं हैं और नई कोशिकाएं तब भी बनती हैं जब उनकी आवश्यकता नहीं होती है। ये अतिरिक्त कोशिकाएं ट्यूमर बना सकती हैं, जो सौम्य (गैर-कैंसरयुक्त) या घातक (कैंसरयुक्त) हो सकती हैं। घातक ट्यूमर आसपास के ऊतकों पर आक्रमण कर सकते हैं और शरीर के अन्य भागों में फैल सकते हैं, एक प्रक्रिया जिसे मेटास्टेसिस कहा जाता है।
कैंसर के विभिन्न प्रकार:
कैंसर के कई प्रकार हैं, जिनमें से प्रत्येक शरीर के एक विशिष्ट भाग से उत्पन्न होता है और इसकी अपनी विशेषताएं होती हैं। यहां कुछ सबसे आम प्रकार दिए गए हैं:
- कार्सिनोमा: ये कैंसर एपिथेलियल कोशिकाओं में शुरू होते हैं, जो त्वचा और अंगों की सतह को ढकते हैं। कार्सिनोमा कैंसर का सबसे आम प्रकार है, और इसमें स्तन कैंसर, फेफड़ों का कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर और पेट का कैंसर शामिल हैं।
- सारकोमा: ये कैंसर हड्डी, उपास्थि, वसा, मांसपेशी, रक्त वाहिकाओं और अन्य सहायक ऊतकों में शुरू होते हैं। सारकोमा दुर्लभ हैं, लेकिन वे किसी भी उम्र में हो सकते हैं।
- ल्यूकेमिया: ये कैंसर रक्त बनाने वाले ऊतकों, जैसे अस्थि मज्जा में शुरू होते हैं। ल्यूकेमिया के कारण असामान्य रक्त कोशिकाओं की बड़ी संख्या में उत्पादन होता है, जो सामान्य रक्त कोशिकाओं को बाहर निकाल देती हैं।
- लिंफोमा: ये कैंसर लिम्फोसाइट्स में शुरू होते हैं, जो प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं। लिंफोमा के दो मुख्य प्रकार हैं: हॉजकिन लिंफोमा और गैर-हॉजकिन लिंफोमा।
- मेलानोमा: ये कैंसर मेलानोसाइट्स में शुरू होते हैं, जो कोशिकाएं हैं जो मेलेनिन का उत्पादन करती हैं, जो त्वचा को रंग देती है। मेलानोमा त्वचा कैंसर का सबसे गंभीर प्रकार है।
- मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के कैंसर: ये कैंसर मस्तिष्क या रीढ़ की हड्डी में शुरू होते हैं। मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के कैंसर विभिन्न प्रकार के हो सकते हैं, और उनका इलाज करना मुश्किल हो सकता है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि कैंसर के प्रकारों की यह केवल एक आंशिक सूची है। कैंसर के कई अन्य दुर्लभ प्रकार हैं। यदि आपको कैंसर के बारे में कोई चिंता है, तो कृपया अपने डॉक्टर से बात करें।
स्तन कैंसर जागरूकता सप्ताह के तहत शुक्रवार को डॉक्टरों ने इससे बचाव और लक्षण पर विचार साझा किए। केजीएमयू रेडियोथेरेपी विभाग के डॉ. सुधीर सिंह का कहना है कि स्तन में किसी प्रकार के शुरुआती लक्षण दिखें तो डॉक्टर को दिखाकर जांच तुरंत कराएं। समय से इलाज होने पर यह ठीक हो सकता है।
सूजन या गांठ हो तो जांच कराएं
झलकारीबाई महिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. सुधा वर्मा ने बताया कि स्तन सिकुड़ जाए या उसमें गड्ढा बने, दोनों स्तर में अंतर दिखे, दूध के अलावा पानी या कुछ अन्य तरल पदार्थ निकले तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। स्तन के पास खाल निकले, रंग बदले, सूजन आए, खुजली हो तो यह कैंसर का लक्षण हो सकता है।
बढ़ रही है जागरूकता
सिविल अस्पताल की डॉ. अनीता नेगी ने बताया कि स्तन कोशिकाओं में होने वाली अनियंत्रित वृद्धि स्तन कैंसर का मुख्य कारण है। कोशिकाओं में होने वाली लगातार वृद्धि एकत्र होकर गांठ का रूप ले लेती है, जिसे कैंसर ट्यूमर कहते हैं। इसका पहले या दूसरे चरण में पता चल जाने से सही समय पर इलाज संभव है। कहा कि पिछले वर्षों की तुलना में महिलाओं में जागरूकता बढ़ रही है।
स्तन कैंसर के प्रमुख कारण
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक अधिक उम्र में पहला बच्चा होना, नियमित रूप से स्तनपान नहीं कराना, वजन ज्यादा बढ़ना, अक्सर शराब का सेवन आदि स्तन कैंसर के प्रमुख कारण हैं। इसके अलावा अनुवांशिक रूप से भी स्तन कैंसर की बीमारी हो सकती है।
स्तन कैंसर को रोकने के उपाय
- नियमित व्यायाम, योग करें।
- ज्यादा नमक न खाएं।
- सूरज की तेज किरणों से बचें।
- रेड मीट न खाएं।
- धूम्रपान और नशीले पदार्थों से दूर रहें।
- डॉक्टर की सलाह पर ही गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल करें।
- काली चाय, ग्रीन टी पीने से भी खतरा कम होता है।
- विटामिन डी, दूध, दही का इस्तेमाल करें।
हरी सब्जी, मौसमी फल खाएं
गोमती नगर सेंट जोसेफ हॉस्पिटल के वरिष्ठ कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. नीरज टंडन ने बताया कि 14 अक्तूबर से जागरुकता शिविर अस्पताल परिसर में चलाया जा रहा है। रोजाना 50 मरीज देखे जा रहे हैं। एक शिविर सेंट मैरी कॉलेज ऑफ नर्सिंग कुर्सी रोड पर भी करके नर्सिंग छात्रों के बीच प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ। शिविर में मुख्य रूप से डॉ. नीरज के अलावा डॉ. निखिल सिंह, डॉ. विनोद जोसेफ, नर्सिंग कॉलेज के डॉ. जस्टिन जैसपर का विशेष योगदान रहा। डॉ. टंडन ने हरी सब्जियों, चोकरयुक्त भोजन, मौसमी फल खाने की जानकारी दी।
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https://youtu.be/6sBmV1XVW7s