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प्रोग्रामिंग कैसे सीखें?

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प्रोग्रामिंग कैसे सीखें?

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कैसे एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज सीखें

यदि आप कंप्यूटर प्रोग्राम, मोबाइल एप, वेबसाइट्स, गेम्स या फिर सॉफ्टवेयर के किसी भी भाग को बनाने में रूचि रखते हैं, तो पहले आप को प्रोग्रामिंग सीखना होगी। प्रोग्रामिंग लेंग्वेज का प्रयोग कर के प्रोग्राम बनाए जाते हैं। यह लेंग्वेज आप के प्रोग्राम को यह जिस भी मशीन पर चल रहा है जैसे कि, कंप्यूटर, मोबाइल फ़ोन या फिर कोई और हार्डवेयर इसे चलने की क्षमता प्रदान करती है।

एक लेंग्वेज का चयन करना

पहले तो अपनी रूचि के क्षेत्र को पहचानें: आप किसी भी प्रोग्रामिंग लेंग्वेज (हालाँकि कुछ लेंग्वेज अन्य की तुलना में सच में आसान होती हैं) के साथ शुरुआत कर सकते हैं, तो पहले आप खुद से एक बार पूछें कि आप प्रोग्रामिंग लेंग्वेज सीख कर क्या पाना चाहेंगे। यह आप को आप के अनुसार एक प्रोग्रामिंग लेंग्वेज चुनने में और शुरुआती बिंदु प्रदान करने में मदद करेगा।यदि आप वेब डेवलपमेंट (web developement) में जाना चाहते हैं, तो आप के लिए ऐसी बहुत सारी प्रोग्रामिंग लेंग्वेज के विकल्प उपलब्ध हैं, जो कंप्यूटर प्रोग्राम बनाने के काबिल हैं। मोबाइल एप डेवलपमेंट में आप को मशीन प्रोग्रामिंग से कुछ अलग तरह की युक्तियों की ज़रूरत होगी। इन सभी परिणामों से आप को एक दिशा की प्राप्ति होगी।


किसी बहुत ही आसान सी लेंग्वेज के साथ शुरुआत करें: अपने निर्णयों के अनुसार अब आप एक आसान और उच्च श्रेणी की लेंग्वेज के साथ शुरुआत करना चाहेंगे। इस तरह की लेंग्वेज से आप को कुछ आधारभूत तथ्यों और विधियों की जानकारी मिलती है, जो हर तरह की लेंग्वेज में लागू होती हैं, और ये शुरुआत के लिए बहुत ही अच्छी होती हैं। Python, और Ruby इस श्रेणी की दो बहुत ही प्रसिद्ध लेंग्वेज हैं। ये दोनो ही ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड वेब एप्लीकेशन लेंग्वेज हैं, और इन में एक साधारण इंसान के द्वारा पढ़े जाने के योग्य सिंटेक्स (syntex) का उपयोग होता है।"ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड" का मतलब यह है कि इस तरह की लेंग्वेज का निर्माण, "ऑब्जेक्ट (object)" या डेटा के कलेक्शन और इनके बदलाव की अवधारणाओं के अंतर्गत किया गया है। इस अवधारणा का उपयोग बहुत सारी एड्वान्स प्रोग्रामिंग लेंग्वेज जैसे कि C++, Java, Objective-C and PHP में किया जाता है।


अन्य लेंग्वेज सीखने के लिए कुछ बेसिक ट्यूटोरियल्स को पढ़ें: आप को कौनसी लेंग्वेज सीखना चाहिए, यदि आप इसका निर्णय नहीं कर पाए हैं तो, कुछ अलग-अलग लेंग्वेज के लिए उपलब्ध ट्यूटोरियल्स को पढ़ें। यदि इन में से कोई भी एक लेंग्वेज आप को अन्य किसी लेंग्वेज से ज़्यादा समझ में आती है, तो इस पर थोड़ा सा काम करें। प्रोग्रामिंग लेंग्वेज सीखने के लिए यहाँ पर विकीहाउ (wikiHow) सहित बहुत सारे ऑनलाइन ट्यूटोरियल्स उपलब्ध हैं:Python - यह शुरुआत करने के लिए एक बहुत ही अच्छी लेंग्वेज है, और इस के जानकारों के लिए बहुत प्रभावशाली भी है। इस का उपयोग बहुत सारे वेब एप्लीकेशन में और कुछ गेम्स में भी होता है।Java - इस का उपयोग गेम्स से लेकर वेब एप्लीकेशन और एटीएम (ATM) सॉफ़्टवेयर तक कई तरह के प्रोग्राम में होता है।HTML- किसी भी वेब डेवलपर के लिए यह एक शुरुआती बिंदु है। किसी भी प्रकार के वेब डेवलपमेंट क्षेत्र में जाने के लिए HTML सीखना बहुत ही ज़रूरी है।C - यह कुछ पुरानी लेंग्वेज में से एक है, C एक बहुत ही प्रभावशाली टूल है और यह और भी मॉडर्न C++, C# और Objective-C के लिए आधार है।


छोटे से शुरुआत करना

लेंग्वेज के कोर कॉन्सेप्ट्स (core concepts) को सीखें: हालाँकि इस चरण में मौजूद भाग आप के द्वारा चुनी गई लेंग्वेज पर निर्भर करते हैं, हर प्रोग्रामिंग लेंग्वेज की कुछ आधारभूत अवधारणाएँ होतीं है, जिन का उपयोग प्रोग्राम बनाने में किया जाता है। इन अवधारणाओं को सीख कर आप आसानी से किसी भी कोड की समस्याओं का हल निकाल सकते हैं और एक प्रभावशाली और उपयोगी कोड तैयार कर सकते हैं। नीचे कुछ अलग-अलग लेंग्वेज के लिए कोर कॉन्सेप्ट्स दर्शाए गये हैं:Variables - वेरियबल का उपयोग किसी भी बदलते हुए डेटा को स्टोर करने में किया जाता है। वेरियबल्स बदले जा सकते हैं और इन्हें "integers", "characters" और भी कुछ अन्य तरीके से परिभाषित किया जाता है, यह आप के द्वारा स्टोर किए जा रहे डेटा के प्रकार (type) को दर्शाता है। कोडिंग के समय वेरियबल्स को कुछ इस तरह के नाम दिए जाते हैं, जो अन्य किसी भी इंसान के द्वारा पहचानने के योग्य हों। इस से वेरियबल्स के, मौजूदा कोड के साथ आदान-प्रदान को समझने में आसानी होती है।Conditional Statements - एक कंडीशनल स्टेट्मेंट का उपयोग किसी भी स्टेट्मेंट के सही या ग़लत की जाँच के लिए किया जाता है। "If-Then" स्टेट्मेंट, आमतौर पर उपयोग किए जाने वाला कंडीशनल स्टेट्मेंट है। यदि दिया हुआ स्टेट्मेंट सही है (जैसे कि X = 5) तो आगे की प्रक्रिया में से कुछ होगा। यदि दिया हुआ स्टेट्मेंट ग़लत है (जैसे कि X != 5) तो आगे की प्रक्रिया में से और कुछ होगा ।Functions or Subroutines - इस अवधारणा का वास्तविक नाम आप की लेंग्वेज के अनुसार कुछ और भी हो सकता है। यह एक "Procedure" एक "Mehod" या फिर एक "Callable Unit" भी हो सकता है। दरअसल यह किसी बड़े प्रोग्राम में मौजूद एक छोटा प्रोग्राम होता है। प्रोग्राम के द्वारा एक फंक्शन का उपयोग, अनगिनत बार किया जा सकता है, जिसे हम "called" by program भी कहते हैं, और इस के माध्यम से कोई भी प्रोग्रामर एक जटिल प्रोग्राम का निर्माण कर सकता है।Data input - यह एक बहुत ही सामान्य अवधारणा है जिस का उपयोग आमतौर पर हर प्रकार की लेंग्वेज में होता है। यूज़र के द्वारा दिए गये इनपुट का संचालन और उस डेटा को स्टोर करना भी इस के अंतर्गत आते हैं। यह डेटा किस प्रकार से आ रहा है, यह आप के प्रोग्राम के प्रकार और उपलब्ध इनपुट्स (जैसे कि कीबोर्ड, फाइल आदि) पर निर्भर करता है। यूज़र को किस प्रकार से परिणाम देना है, जैसे कि स्क्रीन पर दिखाना है या फिर किसी फाइल में देना है, इस के लिए यह (इनपुट) अच्छी तरह से आउटपुट से जुड़ा हुआ होता है।


आवश्यक सॉफ़्टवेयर को इन्स्टाल करें: बहुत सी प्रोग्रामिंग लेंग्वेज को एक कंपाइलर (compiler) की आवश्यकता होती है, जो आप के द्वारा डिज़ाइन किए हुए प्रोग्राम को मशीन के द्वारा समझने योग्य लेंग्वेज में बदलता है। बहुत सी अन्य लेंग्वेज इंटरप्रेटर (interpreter) का उपयोग करती हैं, जो आप के प्रोग्राम को कंपाइल किए बिना ही एक्जिक्यूट (execute) कर देता है।कुछ लेंग्वेज में IDEs (Integrated Development Environment) होती हैं, जिन में आमतौर पर एक कोड एडिटर, एक कंपाइलर और/ या एक इंटरप्रेटर और एक डिबगर (debugger) होता है। यह एक प्रोग्रामर को, प्रोग्राम के लिए आवश्यक कोई भी एक्शन एक ही स्थान पर करने की सुविधा प्रदान करता है। IDEs में ऑब्जेक्ट हाइरार्कीस (object hierarchies) और डाइरेक्टरीस (directories) का दृश्य निरूपण भी होता है।यहाँ पर बहुत सारे ऑनलाइन एडिटर्स उपलब्ध हैं। ये सभी कुछ बहुत ही अच्छे डेवेलपर फ्रेंडली टूल्स उपलब्ध कराते हैं।

अपना पहला प्रोग्राम बनाना


एक समय पर किसी एक कॉन्सेप्ट पर ही ध्यान दें: स्क्रीन पर "Hello World" दिखाई देने वाला प्रोग्राम किसी भी लेंग्वेज के लिए सबसे पहला प्रोग्राम होता है। इस प्रोग्राम के ज़रिए कोई भी प्रोग्रामर, प्रोग्राम के सिंटेक्स, उस की फंक्शनिंग और आउटपुट को किस तरीके से संभालना है यह सब कुछ सीख सकते हैं। प्रोग्राम में टेक्स्ट को बदल कर आप प्रोग्राम के द्वारा डेटा हैंडलिंग को समझ पाएँगे। विकीहाउ पर अलग-अलग लेंग्वेज में "Hello world" प्रोग्राम बनाने के लिए गाइड दी गई हैं।


ऑनलाइन उपलब्ध उदाहरणों को अलग-अलग भागों में तोड़ कर इस के बारे में और ज़्यादा जानें: दरअसल यहाँ पर आप के लिए हर एक प्रोग्रामिंग लेंग्वेज में बहुत सारे ऑनलाइन उदाहरण उपलब्ध हैं। इन उदाहरणों का उपयोग कर के लेंग्वेज के हर एक पहलू की जाँच करें। अपना प्रोग्राम बनाने के लिए, इन उदाहरणों से कुछ भागों को लें।


सिंटेक्स को जाँचें: सिंटेक्स ही वह तरीका है जिस के माध्यम से ही कंपाइलर और इंटरप्रेटर आप के लेंग्वेज को समझ पाते हैं। हर एक लेंग्वेज का अपना एक अलग सिंटेक्स होता है, हालाँकि कुछ एलिमेंट्स सभी लेंग्वेज में एक समान उपयोग होते हैं। किसी भी लेंग्वेज में प्रोग्रामिंग करने के लिए आप को पहले उस के सिंटेक्स के बारे में जानना ज़रूरी है। असल में यह एक आधार है जिस पर बहुत सारे एड्वान्स कॉन्सेप्ट टिके हुए हैं।



परिवर्तनों के साथ प्रयोग करें: उदाहरण में दिए गये प्रोग्राम में बदलाव करें और फिर इस के परिणामों की जाँच करें। इस प्रयोग से आप को यह जानने मिलेगा कि आप के द्वारा पढ़ी गई किताबों या गाइड से पढ़ने के बाद किस चीज़ ने काम किया और किसने नहीं। अपने बनाए हुए प्रोग्राम को बीच में ही तोड़ने में घबराएँ नहीं; किसी भी डेवलपमेंट प्रक्रिया के लिए, ग़लतियों को ठीक करना सीखना बहुत ज़रूरी है, और ये नई चीज़ें हमेशा पहली बार में ही काम नहीं करती। 


डिबगिंग (debugging) का अभ्यास करें: आप जब प्रोग्रामिंग करेंगे तो आप को हमेशा ही बग्स (bugs) देखने मिलेंगे। ये सब आप के प्रोग्राम में हुई ग़लतियाँ होतीं हैं, और यह कहीं पर भी दिख सकती है। ये कभी-कभी कुछ हानिरहित ग़लतियाँ होती हैं या फिर कुछ ऐसी ग़लतियाँ हो सकती हैं जो आप के प्रोग्राम को कंपाइल होने या फिर रनिंग (running) से रोक सकता है। सॉफ़्टवेयर डेवलपमेंट साइकल में इन ग़लतियों को ढूँढ कर इन का निवारण करना एक बहुत ही प्रमुख प्रक्रिया है, तो आप को इन की आदत जल्द ही हो जाएगी।जैसे-जैसे आप बेसिक प्रोग्राम में बदलाव के साथ प्रयोग करेंगे, तो आप को कुछ ऐसी चीज़ें भी देखने को मिलेंगी जो शायद काम ना करें। एक अच्छे प्रोग्रामर के लिए अपने प्रोग्राम में कुछ अलग-अलग दृष्टिकोण को अपनाना बेहद ज़रूरी है।



अपने कोड में कमेंट (comment) ज़रूर लिखें: आमतौर पर हर एक प्रोग्रामिंग लेंग्वेज में एक "Comment" फंक्शन होता है, जिस में आप उस कोड के बारे में कुछ भी लिख सकते हैं, और यह इंटरप्रेटर या कंपाइलर के द्वारा एक्जिक्यूट नहीं होगा। इस पर आप अपने कोड के बारे में, अन्य लोगों को एक बहुत ही साधारण भाषा में समझा सकते हैं। यह आप की ना सिर्फ़ बाद में यह जानने में कि आप का कोड क्या करता है मदद करेगा, बल्कि एक समूचे वातावरण में काम करने के लिए यह बहुत ही ज़रूरी भी है, इस से अन्य लोगों को भी आप के कोड के बारे में समझने में मदद मिलेगी।


नियमित रूप से अभ्यास करें


नियमित रूप से कोड करें: किसी भी प्रोग्रामिंग लेंग्वेज में माहिर होने के लिए आप को समय की ज़रूरत होगी। यहाँ तक कि एक बहुत ही साधारण सी लेंग्वेज जैसे कि Python, जिस के बेसिक सिंटेक्स को ही समझने में और इस में कुशल बनने में भी बहुत समय लगता है। अन्य स्किल्स की तरह ही अभ्यास ही सफलता की कुंजी होती है। अपने हर दिन से कुछ समय कोडिंग के लिए ज़रूर निकालें, भले ही यह आप के भोजन और काम के बीच का एक ही घंटा क्यों ना हो।


अपने प्रोग्राम के लिए लक्ष्य निर्धारित करें: पूर्ण हो सकने योग्य और चुनौतीपूर्ण लक्ष्य का निर्धारण करें, आप खुद ही से समस्याओं को सुलझाने में सक्षम हो जाएँगे। कुछ बहुत ही साधारण से एप्लीकेशन के बारे में सोचने की कोशिश करें, जैसे कि एक कैलकुलेटर और अपने प्रोग्राम के ज़रिए इसे बनाने की कोशिश करें। आप जिन भी प्रोग्राम और सिंटेक्स के बारे में पढ़ रहे हैं उन्हें अपने प्रोग्राम में ज़रूर उपयोग करें।



अन्य लोगों से अपने प्रोग्राम के बारे में बातें करें और दूसरों के प्रोग्राम भी पढ़ें: ऐसे बहुत से प्रोग्रामिंग समूह हैं जो कुछ विशेष लेंग्वेज और विषयों के लिए ही बने हैं। इन समूहों में शामिल हो कर आप अपने सीखने की प्रक्रिया में चमत्कार ला सकते हैं। इन पर से आप कुछ ऐसे टूल्स और कुछ उदाहरण मिलेंगे जिन्हें आप अपने सीखने की प्रक्रिया में शामिल कर सकते हैं। और अन्य प्रोग्रामर के प्रोग्राम को पढ़ कर आप उन काँसेपट्स में भी अपनी पकड़ को मजबूत कर सकते हैं, जिनमें अभी तक आप को कुशलता प्राप्त नहीं हुई है। अपनी पसंद की लेंग्वेज के लिए उपलब्ध फोरम या ऑनलाइन समूहों पर जाएँ। वहाँ पर सिर्फ़ प्रश्‍न ही ना पूछते रहें बल्कि अपनी भागीदारी भी दिखाएँ। इस तरह के समूहों पर बहुत से लोग ना सिर्फ़ सवाल जवाब करते हैं, बल्कि चर्चा कर अपनी भागीदारी दिखाते हैं। मदद के लिए पूछने पर शर्माएँ नहीं, लेकिन अपने काम को दर्शाने और कुछ नए दृष्टिकोण को अपनाने के लिए तैयार रहें।कुछ अनुभव प्राप्त करने के बाद प्रोग्रामिंग की किसी भी प्रतियोगिता में भाग लेने के बारे में सोचें। ये कुछ इस तरह की स्पर्धाएँ होती हैं, जिनमें अलग-अलग लोगों की या फिर समूह में समय के हिसाब से किसी विशेष फंक्शन प्रोग्राम बनाने की प्रतियोगिता होती है, और यह आमतौर पर किसी विशेष मुद्दे पर होती है। ये सारी स्पर्धाएँ बहुत ही मजेदार होतीं हैं और इन के माध्यम से आप को अलग-अलग प्रोग्रामर से मिलने का मौका भी मिलता है।



इसे मजेदार बनाए रखने के लिए खुद को ही चुनौती देते रहें: कुछ ऐसी चीज़ें करने की कोशिश करें, जिन्हें आप ने अभी तक ना किया हो। इस कार्य को पूरा करने के तरीकों को ढूँढें, और फिर इसे अपने प्रोग्राम में उपयोग करने की कोशिश करें। ऐसे चीज़ों से दूर रहें जिन के बारे में आप जानते हैं कि ये ज़रूर काम करेंगी, बल्कि ऐसी हर चीज़ करें जिस से आप का प्रोग्राम बिना किसी रुकावट के चले।

अधिक जानकारी के लिए निचे दिए हुए लिंक पर क्लीक कीजिये:
https://hi.m.wikihow.com/%E0%A4%8F%E0%A4%95-%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%8B%E0%A4%97%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AE%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%97-%E0%A4%B2%E0%A5%88%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A5%87%E0%A4%9C-%E0%A4%B8%E0%A5%80%E0%A4%96%E0%A5%87%E0%A4%82
उत्तर लिखा · 12/8/2018
कर्म · 68420
0
नेपालमा कति ओटा जिल्ला छन् ?
उत्तर लिखा · 9/2/2022
कर्म · 0
0

प्रोग्रामिंग सीखने के कई तरीके हैं, और सबसे अच्छा तरीका आपकी सीखने की शैली और लक्ष्यों पर निर्भर करता है। यहां कुछ सामान्य सुझाव दिए गए हैं:

  1. एक प्रोग्रामिंग भाषा चुनें:

    शुरुआत करने के लिए एक सरल भाषा चुनें, जैसे कि Python या JavaScript। ये भाषाएँ सीखने में आसान हैं और इनके ऑनलाइन संसाधन भी बहुत उपलब्ध हैं।

  2. ऑनलाइन पाठ्यक्रम और ट्यूटोरियल:

    कई वेबसाइटें और प्लेटफ़ॉर्म प्रोग्रामिंग सीखने के लिए ऑनलाइन पाठ्यक्रम और ट्यूटोरियल प्रदान करते हैं। कुछ लोकप्रिय विकल्प हैं:

  3. पुस्तकें और दस्तावेज़:

    प्रोग्रामिंग भाषा की किताबें और दस्तावेज़ भी सीखने के लिए उपयोगी संसाधन हैं। ये आपको भाषा की बुनियादी अवधारणाओं और सिंटैक्स को समझने में मदद करते हैं।

  4. कोडिंग अभ्यास करें:

    सबसे महत्वपूर्ण बात है कि आप नियमित रूप से कोडिंग का अभ्यास करें। छोटे-छोटे प्रोजेक्ट बनाकर शुरुआत करें और धीरे-धीरे जटिलता बढ़ाएं। इससे आपको अपनी सीखी हुई चीज़ों को लागू करने का मौका मिलेगा।

  5. समुदायों में शामिल हों:

    ऑनलाइन प्रोग्रामिंग समुदायों में शामिल होना भी एक अच्छा विचार है। यहां आप अन्य प्रोग्रामरों से सवाल पूछ सकते हैं, उनसे सीख सकते हैं, और अपने अनुभव साझा कर सकते हैं। कुछ लोकप्रिय समुदाय हैं:

  6. धैर्य रखें:

    प्रोग्रामिंग सीखने में समय और मेहनत लगती है। निराश न हों यदि आप तुरंत सफल नहीं होते हैं। लगातार अभ्यास करते रहें और आप अंततः सफल होंगे।

यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि हर कोई अलग तरह से सीखता है, इसलिए आपको वह तरीका ढूंढना होगा जो आपके लिए सबसे अच्छा काम करता है। प्रयोग करने और मज़े करने से डरो मत!

उत्तर लिखा · 12/3/2025
कर्म · 680

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