2 उत्तर
2
answers
वास्को डी गामा कब भारत आया था?
11
Answer link
आज की आधुनिक भारत में स्थित गोवा को वास्को डी गामा के नाम से भी जाना जाता है। पुरातन जमाने में भारत एक ऐसा देश था जो दुनिया से बिल्कुल अपरिचित था। तो सवाल यह उठता है कि वास्को डी गामा से पहले भारत में कोई विदेशी नहीं आया था?
आजकल यह बताया जाता है कि भारत की खोज समुद्र मार्ग से हुई थी जिसे वास्को डी गामा ने खोज लिया था। लेकिन सच्चाई यही है कि वास्को डी गामा ने भारत की खोज नहीं की थी परंतु उसने भारत को यूरोपीय देशों से परिचित करवाया था। व्यापार के कारण वह समुद्र मार्ग से आते-आते उसने एक देश को खोज लिया था जो सभी तरह से परिपक्व था और जिसका नाम ही भारत था। शुरुआती दौर में भारत और एक विदेशियों के लिए एक सवाल था। क्योंकि कई मसाले पदार्थ ऐसे थे जो यूरोपियन लोग जानते तो थे, लेकिन वह यह नहीं जानते थे कि यह कहां पर पैदा होता है। इसीलिए मिर्च मसाले आदि के पैदा होने की जगह को खोजते खोजते वास्को डी गामा जिस जगह पर आ पहुंचा उसे ही भारत कहते हैं।
तब वहां पर ऐसा और एक शक्स था जिसका नाम क्रिस्टोफर कोलंबस था यह इटली का नाविक था और भारत की खोज करने के लिए उसने भी अंटलांटिक महासागर मैं अपना प्रयास आरंभ किया था लेकिन भ्रमित होकर उसने जिस जगह को खोज दिया था जिसे आज का अमेरिका कहा जाता है। इसमें कितनी सच्चाई है यह नहीं मालूम परंतु ऐसा कहा जाता है कि शुरुआती में गलतफहमी के कारण अमेरिका को कोलंबस ने भारत मान लिया था और यही कारण है कि अमेरिका के मूल निवासियों को रेड इंडियंस नाम से भी जाना जाने लगा। भारत की खोज वैसे तो कोलंबस के समुद्री यात्रा के 5 साल बाद शुरू हुआ था जो जिसकी शुरुआत वास्को डी गामा ने किया था और यह 1498 में सफल रस्ता यूरोपियन लोगों के सामने आया था। इसका अर्थ वास्को डी गामा ने 20 मई 1498 को समुद्री मार्ग से आते - आते कालीकट पहुंचकर यूरोपी वासियों को भारत की पहचान दी।
आजकल यह बताया जाता है कि भारत की खोज समुद्र मार्ग से हुई थी जिसे वास्को डी गामा ने खोज लिया था। लेकिन सच्चाई यही है कि वास्को डी गामा ने भारत की खोज नहीं की थी परंतु उसने भारत को यूरोपीय देशों से परिचित करवाया था। व्यापार के कारण वह समुद्र मार्ग से आते-आते उसने एक देश को खोज लिया था जो सभी तरह से परिपक्व था और जिसका नाम ही भारत था। शुरुआती दौर में भारत और एक विदेशियों के लिए एक सवाल था। क्योंकि कई मसाले पदार्थ ऐसे थे जो यूरोपियन लोग जानते तो थे, लेकिन वह यह नहीं जानते थे कि यह कहां पर पैदा होता है। इसीलिए मिर्च मसाले आदि के पैदा होने की जगह को खोजते खोजते वास्को डी गामा जिस जगह पर आ पहुंचा उसे ही भारत कहते हैं।
तब वहां पर ऐसा और एक शक्स था जिसका नाम क्रिस्टोफर कोलंबस था यह इटली का नाविक था और भारत की खोज करने के लिए उसने भी अंटलांटिक महासागर मैं अपना प्रयास आरंभ किया था लेकिन भ्रमित होकर उसने जिस जगह को खोज दिया था जिसे आज का अमेरिका कहा जाता है। इसमें कितनी सच्चाई है यह नहीं मालूम परंतु ऐसा कहा जाता है कि शुरुआती में गलतफहमी के कारण अमेरिका को कोलंबस ने भारत मान लिया था और यही कारण है कि अमेरिका के मूल निवासियों को रेड इंडियंस नाम से भी जाना जाने लगा। भारत की खोज वैसे तो कोलंबस के समुद्री यात्रा के 5 साल बाद शुरू हुआ था जो जिसकी शुरुआत वास्को डी गामा ने किया था और यह 1498 में सफल रस्ता यूरोपियन लोगों के सामने आया था। इसका अर्थ वास्को डी गामा ने 20 मई 1498 को समुद्री मार्ग से आते - आते कालीकट पहुंचकर यूरोपी वासियों को भारत की पहचान दी।
0
Answer link
वास्को डी गामा 1498 में भारत आया था। वह एक पुर्तगाली खोजकर्ता था और वह यूरोप से भारत तक समुद्री मार्ग खोजने वाला पहला व्यक्ति था।
वास्को डी गामा 20 मई 1498 को कालीकट (अब कोझिकोड), केरल में पहुंचे थे।
स्रोत: ब्रिटानिका