क. कविता तथा कवि का नाम लिखिए। ख. गोपी ने यशोदा को किसकी शिकायत की और क्यों? ग. गोपी ने यशोदा को उलाहना किस प्रकार दिया? घ. गोरस की हानि किस प्रकार होती थी? ड. अनुप्रास अलंकार का उदाहरण छांटकर दीजिए।
क. कविता तथा कवि का नाम लिखिए। ख. गोपी ने यशोदा को किसकी शिकायत की और क्यों? ग. गोपी ने यशोदा को उलाहना किस प्रकार दिया? घ. गोरस की हानि किस प्रकार होती थी? ड. अनुप्रास अलंकार का उदाहरण छांटकर दीजिए।
क. कविता तथा कवि का नाम:
- कविता: सूरदास के पद (भ्रमर गीत से)
- कवि: सूरदास
ख. गोपी ने यशोदा को किसकी शिकायत की और क्यों?
गोपी ने यशोदा को कृष्ण की शिकायत की। उन्होंने शिकायत की क्योंकि कृष्ण उनके घर में घुसकर माखन और दही चुराकर खाते थे और मटकी फोड़ देते थे।
ग. गोपी ने यशोदा को उलाहना किस प्रकार दिया?
गोपी यशोदा को उलाहना देते हुए कहती है कि तुम्हारा पुत्र माखन-रोटी खुद तो खाता ही है, और अपने मित्रों को भी खिलाता है। दिन-दहाड़े वह घर में घुसकर दही और माखन की मटकी फोड़ देता है, जिससे उन्हें बहुत नुकसान होता है।
घ. गोरस की हानि किस प्रकार होती थी?
गोरस (दही, मक्खन, दूध) की हानि इस प्रकार होती थी कि कृष्ण और उनके मित्र गोपियों के घरों में घुसकर सारा माखन और दही खा जाते थे। वे मटकी भी फोड़ देते थे, जिससे गोरस बर्बाद हो जाता था।
ड. अनुप्रास अलंकार का उदाहरण:
अनुप्रास अलंकार का उदाहरण: "मैया मोरी मैं नहीं माखन खायो" - यहाँ 'म' वर्ण की आवृत्ति हो रही है।