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जिस प्रकार पेट्रोल की कीमत का निर्धारण केंद्र सरकार करती है, इसी प्रकार दो से तीन उदाहरण और बताइए जिनका निर्धारण केंद्र सरकार को करना चाहिए और क्यों?
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जिस प्रकार पेट्रोल की कीमत का निर्धारण केंद्र सरकार करती है, इसी प्रकार दो से तीन उदाहरण और बताइए जिनका निर्धारण केंद्र सरकार को करना चाहिए और क्यों?
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जिस प्रकार पेट्रोल की कीमत का निर्धारण केंद्र सरकार करती है, उसी प्रकार कुछ अन्य वस्तुओं और सेवाओं की कीमतें भी केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित की जानी चाहिए, ताकि आम जनता को राहत मिल सके और बाजार में स्थिरता बनी रहे। यहां कुछ उदाहरण दिए गए हैं:
- दवाइयां: आवश्यक दवाओं की कीमतें केंद्र सरकार द्वारा नियंत्रित की जानी चाहिए। इससे यह सुनिश्चित होगा कि जीवन रक्षक दवाएं सभी नागरिकों के लिए सस्ती और सुलभ हों। वर्तमान में, कुछ आवश्यक दवाओं की कीमतें राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (NPPA) द्वारा नियंत्रित की जाती हैं, लेकिन इस नियंत्रण को और व्यापक बनाने की आवश्यकता है।
कारण: स्वास्थ्य एक बुनियादी मानवाधिकार है, और सभी को सस्ती दवाएं मिलनी चाहिए।
राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (NPPA)
- शिक्षा: उच्च शिक्षा और व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की फीस को विनियमित करना महत्वपूर्ण है। निजी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों द्वारा मनमानी फीस वसूलने पर रोक लगनी चाहिए, ताकि मध्यम और निम्न-आय वर्ग के छात्र भी उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें।
कारण: शिक्षा सभी के लिए समान अवसर प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण साधन है।
- खाद्य तेल: खाद्य तेल की कीमतें, जो आम आदमी की रसोई का एक अभिन्न हिस्सा हैं, अक्सर अंतरराष्ट्रीय बाजार और जमाखोरी के कारण अस्थिर रहती हैं। केंद्र सरकार को इनका मूल्य निर्धारण करके कीमतों को स्थिर रखने का प्रयास करना चाहिए ताकि आम जनता पर महंगाई का बोझ कम हो।
कारण: खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना और महंगाई को नियंत्रित करना आवश्यक है।
- उर्वरक (Fertilizers): कृषि में उपयोग होने वाले उर्वरकों की कीमतें भी केंद्र सरकार द्वारा नियंत्रित की जानी चाहिए। इससे किसानों को सस्ती दरों पर उर्वरक उपलब्ध होंगे और कृषि उत्पादन में वृद्धि होगी।
कारण: कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और किसानों को समर्थन देना आवश्यक है।
इन वस्तुओं और सेवाओं की कीमतों को विनियमित करने से न केवल आम आदमी को राहत मिलेगी, बल्कि अर्थव्यवस्था में स्थिरता भी आएगी।