अलंकार
अलंकार के प्रकार बताइए?
1 उत्तर
1
answers
अलंकार के प्रकार बताइए?
0
Answer link
अलंकार, काव्य की शोभा बढ़ाने वाले तत्व होते हैं। ये भाषा को सुंदर और प्रभावशाली बनाते हैं। अलंकारों के मुख्य प्रकार निम्नलिखित हैं:
1. शब्दालंकार:
- अनुप्रास: जब किसी व्यंजन वर्ण की आवृत्ति एक से अधिक बार होती है, तो अनुप्रास अलंकार होता है।
- यमक: जब एक ही शब्द दो या अधिक बार आए और हर बार उसका अर्थ अलग हो, तो यमक अलंकार होता है।
- श्लेष: जब एक शब्द के एक से अधिक अर्थ हों, तो श्लेष अलंकार होता है।
2. अर्थालंकार:
- उपमा: जब दो वस्तुओं या व्यक्तियों में समानता बताई जाए, तो उपमा अलंकार होता है।
- रूपक: जब उपमेय और उपमान में कोई अंतर न रहे, दोनों एक ही हो जाएं, तो रूपक अलंकार होता है।
- उत्प्रेक्षा: जब उपमेय में उपमान की संभावना या कल्पना की जाए, तो उत्प्रेक्षा अलंकार होता है।
- अतिशयोक्ति: जब किसी बात को बढ़ा-चढ़ाकर कहा जाए, तो अतिशयोक्ति अलंकार होता है।
3. उभयालंकार:
- यह अलंकार शब्द और अर्थ दोनों पर आश्रित होता है।
- पुनरुक्ति: जब किसी शब्द या वाक्य की आवृत्ति हो, लेकिन अर्थ में कोई विशेष परिवर्तन न हो।
अलंकारों का प्रयोग काव्य को अधिक आकर्षक और प्रभावशाली बनाने के लिए किया जाता है।
अधिक जानकारी के लिए आप निम्न वेबसाइट देख सकते हैं: