प्रकृति

अधोलिखितपदेषु प्रकृति-प्रत्ययविभागं कुरुत: ग्रहीतुम्, कृत्वा, कर्तव्यः, अवगम्य?

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अधोलिखितपदेषु प्रकृति-प्रत्ययविभागं कुरुत: ग्रहीतुम्, कृत्वा, कर्तव्यः, अवगम्य?

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दिए गए शब्दों में प्रकृति-प्रत्यय विभाजन इस प्रकार है:

  1. ग्रहीतुम्:
    • प्रकृति (धातु): ग्रह् (लेना)
    • प्रत्यय: तुमुन्

    यह तुमुन् प्रत्यय से बना है, जिसका अर्थ है "के लिए"।

  2. कृत्वा:
    • प्रकृति (धातु): कृ (करना)
    • प्रत्यय: क्त्वा

    यह क्त्वा प्रत्यय से बना है, जिसका अर्थ है "करके"।

  3. कर्तव्यः:
    • प्रकृति (धातु): कृ (करना)
    • प्रत्यय: तव्यत्

    यह तव्यत् प्रत्यय से बना है, जिसका अर्थ है "करना चाहिए"।

  4. अवगम्य:
    • उपसर्ग: अव
    • प्रकृति (धातु): गम् (जाना, समझना)
    • प्रत्यय: ल्यप्

    यह ल्यप् प्रत्यय से बना है, जिसका अर्थ है "समझकर"।

उत्तर लिखा · 14/3/2025
कर्म · 320

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