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कोयले की खान में मजदूर कपड़े की टोपी पहनकर क्यों काम नहीं करते हैं?

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कोयले की खान में मजदूर कपड़े की टोपी पहनकर क्यों काम नहीं करते हैं?

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कोयले की खानों में मजदूर कपड़े की टोपी पहनकर काम इसलिए नहीं करते हैं, इसके कई कारण हैं:

  • सुरक्षा: कोयले की खानों में मीथेन और कोयले की धूल जैसी ज्वलनशील गैसों का खतरा होता है। कपड़े की टोपी में स्थैतिक बिजली (static electricity) जमा हो सकती है, जिससे चिंगारी निकलने का खतरा बढ़ जाता है और विस्फोट हो सकता है।
  • दुर्घटना का जोखिम: खानों में ऊपर से पत्थर या अन्य सामग्री गिरने का खतरा बना रहता है। कपड़े की टोपी पर्याप्त सुरक्षा प्रदान नहीं करती है, जबकि हेलमेट सिर को गंभीर चोट से बचा सकता है।
  • पहचान: खदान में काम करने वाले श्रमिकों को आसानी से पहचानने के लिए हेलमेट का इस्तेमाल किया जाता है। अलग-अलग विभागों या भूमिकाओं के लिए अलग-अलग रंग के हेलमेट हो सकते हैं।
  • नियम और मानक: कोयला खानों में सुरक्षा नियमों और मानकों का पालन करना अनिवार्य होता है, जिसके तहत श्रमिकों को हेलमेट पहनना आवश्यक है।

इन कारणों से, कोयले की खानों में काम करने वाले मजदूर कपड़े की टोपी की जगह हेलमेट पहनते हैं, जो उन्हें बेहतर सुरक्षा प्रदान करता है।

उत्तर लिखा · 14/3/2025
कर्म · 340

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