2 उत्तर
2
answers
आरंभिक काल में खेती और पशुपालन की शुरुआत किस प्रकार हुई?
0
Answer link
आरंभिक काल में खेती और पशुपालन की शुरुआत एक लंबी और धीरे-धीरे विकसित होने वाली प्रक्रिया थी। इसके कुछ मुख्य पहलू इस प्रकार हैं:
खेती की शुरुआत:
- जलवायु परिवर्तन: लगभग 12,000 साल पहले, जलवायु में बदलाव आने लगे और कुछ क्षेत्र गर्म और नम हो गए, जिससे कुछ जंगली घासें जैसे गेहूँ और जौ उगने लगीं।
- मानव अवलोकन: लोगों ने इन अनाजों को उगते देखा, उन्हें इकट्ठा किया और धीरे-धीरे यह समझ गए कि इन्हें दोबारा भी उगाया जा सकता है।
- बीज का संरक्षण: लोगों ने अनाजों के बीजों को इकट्ठा करना और उन्हें अगली फसल के लिए बचाना शुरू कर दिया।
- खेती का विकास: धीरे-धीरे, लोगों ने जमीन को साफ़ करके, बीज बोकर और सिंचाई करके खेती करना शुरू कर दिया।
पशुपालन की शुरुआत:
- जंगली जानवरों का पालन: लोगों ने सबसे पहले उन जंगली जानवरों को पालतू बनाना शुरू किया जो स्वभाव से शांत थे और मनुष्यों के आसपास रहने के लिए अनुकूल थे, जैसे कुत्ते, भेड़ और बकरी।
- सुरक्षा और भोजन: जानवरों को पालने का उद्देश्य उनसे दूध, मांस और ऊन प्राप्त करना था, साथ ही वे सुरक्षा के लिए भी उपयोगी थे।
- प्रजनन: लोगों ने जानवरों के प्रजनन को नियंत्रित करना सीखा, जिससे उनकी संख्या में वृद्धि हुई और वे पालतू जानवरों पर अधिक निर्भर हो गए।
कृषि और पशुपालन का विकास:
- स्थायी जीवन: खेती और पशुपालन ने लोगों को एक ही स्थान पर बसने और स्थायी जीवन जीने के लिए प्रेरित किया, क्योंकि अब उन्हें भोजन की तलाश में इधर-उधर भटकने की आवश्यकता नहीं थी।
- गाँवों का विकास: स्थायी जीवन के कारण गाँवों का विकास हुआ, जहाँ लोग एक साथ रहते थे और खेती करते थे।
- तकनीकी विकास: खेती और पशुपालन में सुधार के लिए नए उपकरणों और तकनीकों का विकास हुआ, जैसे हल और सिंचाई के तरीके।
इस प्रकार, जलवायु परिवर्तन, मानव अवलोकन और तकनीकी विकास के संयोजन से आरंभिक काल में खेती और पशुपालन की शुरुआत हुई, जिसने मानव सभ्यता के विकास की नींव रखी।
अधिक जानकारी के लिए, आप निम्नलिखित स्रोत देख सकते हैं: